कंचौसी में जाम की समस्या से जूझ रहे नगरवासी*
*समस्या से निजात को रेलवे और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों भी काट रहे कन्नी*
*जाम से जूझना वाहन चालकों और कंचौसी वाशियो की बनी नियति*
*15 घंटे जाम से जूझे वाहन सवार*
*कंचौसी,औरैया।* कंचौसी कस्बा का एक मात्र रेलवे क्रॉसिंग गेट न 5 काफी समय से कानपुर देहात और ओरिया जिलों की सीमा पर स्थित यह रेलवे फाटक हजारों ट्रक डंफर के आने जाने का एक मात्र रास्ता वन गया। जिससे ट्रेनों के पास होने से फाटक बंद रहने और सकरे नहर पुल पर आमने सामने दोनो तरफ वाहन फसने से रोज जाम लगा रहता है। समस्या के निराकरण को न विभागीय अधिकारियों को ख्याल और न ही जनप्रतिनियो को। हाल यह कि खामियाजा भुगतना जनता को पड़ रहा हैं।
काफी समय से रूरा आरओवी के निर्माण और झीझक,दिबियापुर, अछल्दा नहर पुल पर भारी वाहनों के प्रतिबंध के चलते सिर्फ कंचौसी नहर पुल और रेलवे फाटक होकर मोरंग गिट्टी वालू के ट्रक डंफर आदि वाहनों का आवागमन हो रहा हैं। जिससे अक्सर रेलवे फाटक बंद रहने और जल्दबाजी के चक्कर ट्रक डंफर रेलवे फाटक के दोनों तरफ और सकरे नहर पुल पर फस जाते हैं। जिससे रोजाना वाहन सवार और लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ता हैं। यही नजारा बुधवार की रात से लेकर गुरुवार को पूरे दिन करीब पंद्रह घंटा तक जाम लगा रहा।रेलवे फाटक बंद रहने और नहर पुल पर भारी वाहन फसने से फाटक और नहर पुल पर दोनो तरफ दो किमी तक जाम लगा रहा। जिसमें तमाम जरूरी वाहन और एंबुलेंश तक फसी रही। यहां तक की तपती गर्मी धूप से परेशान पैदल राहगीर भी जाम में फंसे रहे। जाम खुलवाने को न रेलवे विभाग और न ही स्थानीय पुलिस प्रशासन नजर आया। कस्बे में जाम की समस्या का हल करने के लिए आरओवी निर्माण और नहर पुल का पुना निर्माण होना अति आवश्यक है। जिसे रेलवे और केंद्र और राज्य सरकार के जिम्मेदार जनप्रतिनियों को ध्यान देना चाहिए। जिससे कंचौसी में जाम की समस्या से निजात मिल सके।