पुलिस की अनदेखी से बबालियों के हौसले बुलंद*
*दिबियापुर,औरैया।* सोमवार को बकरीद की नमाज के दौरान जब जामा मस्जिद में कुछ युवाओं ने बबाल किया तो वहाँ मौके पर थाना पुलिस भी मौजूद थी। प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि यदि पुलिस हस्तक्षेप कर उपद्रव पर आमादा युवाओं पर सख्त होती तो शायद यह हादसा नहीं होता। .जानकारी के अनुसार स्थानीय जामा मस्जिद के निर्माण के समय मस्जिद के बाहर पड़ी जगह पर आवासीय भवन ( सराय)बनाया गया था। जिसे किराये पर उठाकर इससे मिलने वाली धनराशि को मस्जिद में रहने वाले मौलवी को वेतन देने का प्रावधान था। जामा मस्जिद के मुतवल्ली तथा कमेटी के अध्यक्ष हाजी मसीद कादरी ने बताया कि सराय कमेटी की सम्पति है लेकिन बीते कई सालों से यहाँ काबिज लोग कमेटी को तय किराया नहीं दे रहे है जिससे मस्जिद के पेश इमाम को तनख्वाह तक नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि आज की घटना बेहद दुःखद है। उन्होंने बताया कि मस्जिद में घुसकर हंगामा करने तथा मैनगेट को उखाड़ने का प्रयास करने वाले सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं पुलिस तथा प्रशासन को इसकी निष्पक्ष जाँच करनी चाहिये। उन्होंने जिलाधिकारी से मामले की जाँच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।