रेलवे ने माइनर और बरसाती नाला को जबरन किया बंद किया*
*बरसात में होगी जलभराव की समस्या*
*फोर्स का भय दिखाकर धमकाता है रेलवे*
*कंचौसी,औरैया।* रेलवे द्धारा नव निर्मित डी एफ सी लाइन को पहले रेल पटरी बिछा कर और अब रेलवे की पक्की बाउंडीबाल खड़ी कर दी गई हैं। जिसमें गांव और कस्बे में पूर्व में संचालित सिंचाई विभाग के माइनर और बरसाती नाले को जमीदोज कर रेलवे की जगह में मिला लिया गया है। जबकि रेलवे ने संबंधित माइनर को न तो बना कर दिया और न इसके लिए भूमि दी गई। जिससे जलनिकासी और खेतों की सिंचाई की समस्या खड़ी हो गई हैं।
कानपुर इटावा रेल सेक्शन के डीएफसी रेलवे स्टेशन न्यू कंचौसी से लेकर सुखमपुर गांव तक जल निकासी के लिए सिंचाई विभाग के बरसाती कई नालो को जमीदोज कर रेलवे ने पक्की वेरिकेटिंग खड़ी करके प्राकृतिक और सिंचाई विभाग के कई छोटे बड़े माइनर और नाली को बंद कर दिया है। जिसमें सुखमपुर कंचौसी गांव माइनर,दिकियापुर जोगी डेरा नाला, बान बाजार का नाला, बान रानेपुर परजनी नाला आदि कई माइनर को रेलवे ने खत्म कर अपनी जगह में शामिल कर पक्का रेलवे स्टेशन और बाउंडीवाल खड़ी कर लिया है। जबकि जहां जहां नाला नाली माइनर और रास्ता थे उन्हें रेलवे ने बना कर ग्रामीणों से वायदा किया गया था। माइनर और बरसाती नाला न बनाए जाने से कंचौसी वान परजनी फफूद सुखमपुर आदि गांव और कस्बे में जलनीकासी की समस्या खड़ी हो गई हैं। जबकि इलाके लोगों ने न्यू कंचौसी रेलवे स्टेशन के उदघाटन पर रसूलाबाद विधायक पूनम शंखवार सहार ब्लाक प्रमुख आकाश सिंह से मुलाकात कर समस्या को अवगत करवाया था।फिर भी किसानों और ग्रामीणों आरपीएफ फोर्स से डरा धमका कर जलनिकाशी बंद कर दिया गया। जबकि जनप्रतिनिधियों जल्द ही रेलवे अधिकारियों से बात कर जल निकासी की समस्या का हल करने को कहा था।