मसाला एवं तंबाकू अलग-अलग बेचे जाने के विरोध में व्यापारियों ने सौपा ज्ञापन*
*नियम लागू होने से छोटे दुकानदारों के भरण पोषण पर आ जाएगा संकट*
*औरैया।* उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल (मिश्रा गुट) के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौपा है। जिसमें उनके द्वारा पान मसाला व तंबाकू को अलग-अलग दुकानों पर बिक्री करने का विरोध जताया गया है। व्यापारियों का कहना है कि इससे छोटे दुकानदार पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे और रोज कमाने खाने वालों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
व्यापार मंडल (मिश्रा गुट) के जिला अध्यक्ष राजेश उर्फ बबलू बाजपेई में बताया कि आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने एक अधिसूचना 7 मई को जारी की थी। जिसके अनुसार उत्तर प्रदेश में अब एक ही दुकान पर पान मसाला और तंबाकू की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। बताया कि यह आदेश पूर्ण रूप से अब व्यापारिक है क्योंकि पान मसाला और तंबाकू का व्यवसाय हर गली, नुक्कड़ एवं चौराहे पर होता है। जिसकी अधिकतम गरीब वर्ग के व्यापारी दुकान किए हुए हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। कहा कि पान मसाला और तंबाकू के जो थोक निर्माता है वह तो पान मसाला के लिए अलग फैक्ट्री और तंबाकू के लिए अलग फैक्ट्री कर लेंगे मगर जो फुटकर बेचने वाले दुकानदार हैं जिनकी उत्तर प्रदेश में संख्या लाखों होगी वह पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे। प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने इस नियम को बदले जाने को लेकर ज्ञापन दिया है। इस दौरान मुख्य रूप से देवेश शुक्ला, भानु राजपूत, दीपक अग्रवाल, नरेश चंद्र, सतीश वर्मा, अनुपम गुप्ता, स्वतंत्र अग्रवाल, रानू पांडे, आरती नंदन तिवारी, के के चतुर्वेदी, समरान नसीब, रितेश गुप्ता, मयंक शुक्ला, रवि शंकर शुक्ला के अलावा अमर बिश्नोई सहित दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।