वट सावित्री पूजा कर महिलाओं ने पति की दीर्घायु होने की कामना की*
*अजीतमल,औरैया।* तहसील क्षेत्र में वट सावित्री पूजा बड़ी ही धूम-धाम से महिलाओ द्वारा की गई। महिलाए अपनी पति की लम्बी आयु के लिए सत्यवान-सावित्री के साथ साथ यमराज की कथा सुनी। कथा सुनने के बाद महिलाओ ने वट वृक्ष मे सूत को चारो ओर परिक्रमा कर लपेटा ओर पूजा अर्चना कर अपने पति की लम्बी आयु की कामना की। .कर्मकांडी पंडित गिरीश तिवारी आगरा वाले ने बताया की यह पर्व महिलाओ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन पत्नी अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए ये व्रत रखती है। यह पर्व ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के दिन मनाया जाता है। पुराणों मे भी बताया गया है कि इसी दिन सावित्री ने अपने पति को यमराज से लौटा लाई थी तभी से ये व्रत महिलाओ के द्वारा किया जा रहा है। वहीं व्रत रखने वाली महिलाओ ने बताया कि वट सावित्री पूजा मे पहले सावित्री, सत्यवान और यमराज की मूर्ति वट वृक्ष के नीचे हमलोग बनाते है। उसके बाद वट वृक्ष की जड़ में जल, फल फूल-धूप और मिठाई से पूजा की जाती है। यह व्रत हम महिलाओं के लिए खास है। इसके बाद कच्चा सूत लेकर वट वृक्ष की परिक्रमा करते हुए सूत तने में हमलोग लपेटते है, फिर भीगा चना लेकर सावित्री सत्यवान की कथा सुनते है। उसके बाद पत्नी बट वृक्ष के बाद अपने पति को पंखे हाँककर अर्शीवाद लेती है। वही पति के द्वारा पत्नी को अन्न-जल ग्रहण करवाकर व्रत की उपवास तोड़वाते है।