नही रहे ग्रामीण इलाके में विज्ञान की अलख जगाने वाले शिक्षाविद*
*जिले के शिक्षाविदो और राजनैतिक व सामाजिक संस्थाओं ने जताया शोक*
*औरैया।* ग्रामीण इलाकों में विज्ञान शिक्षा की अलख जगाने वाले शिक्षाविद ने शुक्रवार की सुबह अंतिम सांस ली। उनके निधन से जिले के शिक्षाविदो और राजनैतिक व सामाजिक लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। उनका अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में किया गया।
15 जनवरी वर्ष 1947 को जन्मे शेष नारायण चतुर्वेदी मूल रूप से औरैया स्थित ग्राम साहबदा के निवासी थे, जो कि स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज सहार में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता के रूप में नियुक्त हुए। ग्रामीण परिवेश में जहां अस्सी के दशक में शिक्षा ही महत्वपूर्ण थी। ऐसे में रूपनारायण जी ने ग्रामीण इलाकों में विज्ञान शिक्षा की अलख जगाई। उनके शिक्षित किए छात्र छात्राएं आज कई उच्च पद पर आसीन हैं। 2009 में रिटायर्ड होने के बाद वह दिबियापुर में निवास करने लगे। शुक्रवार की सुबह उन्होंने अपने बिस्तर पर अंतिम सांस ली। अटैक के कारण निधन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जब उनकी बहू चाय लेकर पहुंची तो वह मृत अवस्था में थे। दोपहर बाद दिबियापुर स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे व वरिष्ठ पत्रकार गौरव चतुर्वेदी ने मुखाग्नि दी।उनके निधन पर नगर पंचायत अध्यक्ष राघव मिश्रा, धीरज शुक्ल ,मनोज दुबे, वरिष्ठ पत्रकार शैलेन्द्र अवस्थी अमित चतुर्वेदी , चंद्रकांती मिश्रा, सभासद राहुल दीक्षित, राजेश शुक्ला मुन्ना, दीपू दुबे,राजेंद्र उर्फ पप्पू पोरवाल समेत नगर के लोग मौजूद रहे।