फर्जी कम्पनी चलाने वालों पर धोखाधड़ी व रुपया हड़पने का मामला पंजीकृत*
.. *विकास भवन ककोर में कार्यरत एक कर्मचारी भी फर्जी वाड़े में शामिल* *औरैया।* सृजन इण्डिया माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी के प्रबंधक सहित जिला मुख्यालय पर स्थित विकास भवन में कार्यरत एक कर्मचारी पर धोखाधड़ी ठगी का केस औरैया कोतवाली थाने में दर्ज कराया गया है ।कम्पनी करोड़ों के बारे न्यारे करके गायब है। ।इसको लेकर थाने में दर्ज कराए गए मामले में राजेन्द्र बाबू पुत्र स्व० कन्हैयालाल निवासी थाना व जिला-औरैया ने बताया कि संतराम पाल पुत्र छिटान पाल निवासी ग्राम व पोस्ट शाह, विख भीतरगांव, जिला कानपुर नगर जो कि सृजन इण्डिया माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी चलाते थे जिसमे अर्पित कुमार जो कि विकास भवन औरैया में डिस्ट्रिक मैनेजर के पद पर कार्यरत है तथा राष्ट्रीय आजीविका कार्यक्रम विकास भवन ककोर में देख रहे है। . बताया कि इस कम्पनी में पार्टनर थे इन दोनो को राजीव कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव पुत्र स्व० राजाराम निवासी कटारी का पुर्वा पोस्ट-सेहुद, थाना- दिबियापुर, जिला औरैया लेकर मेरे पास आया था। राजीव यादव उर्फ पप्पू यादव उक्त कम्पनी में एजेन्ट के रुप में कार्यरत था, पप्पू यादव ने मुझको सृजन इण्डिया माइक्रोफाइनेन्स कम्पनी के विषय में बताया और कम्पनी के डायरेक्टर संतराम पाल व पार्टनर अर्पित कुमार को बुलाकर मेरे घर पर मुलाकात करवायी। सृजन इण्डिया माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी के डायरेक्टर व पार्टनर ने इस बिजनेस के बारे में बताया तथा मुझसे रुपया कम्पनी में इनवेस्ट करने के लिए बोला जब मैने पप्पू यादव से इन लोगों के बारे में पूछा तो पप्पू यादव ने बताया संतराम पाल एक सीधा साधा व्यक्ति है और मेरी ससुराल के पास में इसका गांव है मैं इनको अच्छी तरह से जानता हूँ मैने पप्पू यादव की बातो में विश्वास कर लिया। संतराम पाल को 250,000 रु की एक चैक, दो लाख रुपये की एक चैक, एफ०डी० के लिए 30,000 रु नगद तिमाही योजना के लिए व प्रतिमाह आर0डी0 के रुप में 10,000/- रु0 प्रतिमाह दिनांक 07.07.2017 से मई 2019 तक 23 महीने के 2,30,000/- रु0 जमा किये।। मई माह के बाद मासिक किस्त लेने के लिए संतराम व अर्पित कुमार मेरे पास नही आये तो मैंने पता किया तो पता चला कि उक्त लोग रुपये लेकर भाग गये है। .आगे कहा कि मैंने राजीव कुमार उर्फ पप्पू यादव से कहा कि मेरे रुपये दिलवाओं तो उपरोक्त राजीव कुमार उर्फ पप्पू यादव टाल मटोली करता रहा और उपरोक्त तीनो लोगो ने फर्जी कम्पनी के नाम से मेरा लगभग 7.10,000/- रु० छल करके हड़प लिये। वह तब से बराबर इन लोगो के चक्कर काट रहा है और उपरोक्त लोग आज कल करके टरका देते है। वह किसानी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है। वह हृदय रोग से पीडित है इलाज के लिए रुपये की सख्त आवश्यकता है। परन्तु उपरोक्त लोग रुपया वापस नही कर रहे है। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर कंपनी संचालक क्षेत्र अन्य के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।