श्रमिकों की कमी से हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई मड़ाई की बनी मजबूरी*
*हार्वेस्टर से कटाई मंड़ाई के चलते भूसे का हो रहा नुकसान*
*बिधूना,औरैया।* इन दिनों रबी की फसल की कटाई मड़ाई के चलते श्रमिकों की बड़े पैमाने पर आवश्यकता है, किंतु खेतिहर श्रमिक अब किसानों को ढूंढे नहीं मिल रहे हैं जिससे हार्वेस्टर मशीनों से गेहूं की कटाई- मड़ाई कराना किसानों की मजबूरी बना हुआ है। .बताया गया है कि हार्वेस्टर मशीनों से कटाई मंड़ाई के चलते किसानों के भूसे का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है जिससे पशुओं के समक्ष निकट भविष्य में चारे का गंभीर संकट उत्पन्न होने की आशंका से भी किसान चिंतित है। इन दिनों गेहूं समेत रबी की विभिन्न फसलों की कटाई मड़ाई का काम चल रहा है वही आए दिन आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बेमौसम बादलों और आंधी तूफान की आशंका से किसान अपनी रबी की फसल आनन-फानन समेट कर घर पहुंचाने के प्रयासों में रात दिन एक करके लगे हुए हैं, किंतु हालत यह है कि इस समय खेतिहर मजदूरों की भारी कमी होने से किसानों को हार्वेस्टर मशीनों के माध्यम से गेहूं की कटाई मंड़ाई कराना मजबूरी बना हुआ है। हार्वेस्टर मशीनों से गेहूं की कटाई मड़ाई तो हो रही है लेकिन सबसे गौरतलब बात तो यह है कि हार्वेस्टर मशीनों से कटाई मंड़ाई के चलते किसानों के भूसे का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है जिससे निकट भविष्य में पशुओं के समक्ष चारे का गंभीर संकट उत्पन्न होने की आशंका से किसान बेहद चिंतित है। यही नहीं पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक प्रकोपों एवं फसलों की मंदी से आर्थिक तंगी और कर्जदारी का दंश झेल रहे अधिकांश किसान कृषि को घाटे का सौदा मानकर चल रहे हैं, वही कृषि में लगातार हो रहे नुकसान के चलते खेतिहर मजदूर भी हताश निराश होकर गांव से रोजगार के लिए शहरों की ओर पलायन कर गए हैं ऐसे में श्रमिकों की क्षेत्र में भारी कमी के चलते अब किसानों को मजदूर ढूंढे नहीं मिल रहे हैं ऐसे में कृषि कार्य अब मशीनों के आधारित हो गया है।