*133 वीं अम्बेडकर जयन्ती शोभायात्रा कार्यक्रम का हुआ आयोजन*
*उत्साह पूर्वक स्थानीय संत रविदास एवं डॉ०अम्बेडकर धर्मशाला में मनाई गयी अंबेडकर जयंती* *शाम 5 बजे से 7 बजे तक बुद्ध विचार गोष्ठी की गयी आयोजित, वक्ताओं ने रखे अपने विचार* *औरैया।* स्थानीय जेसीज चौराहा फायर स्टेशन के सामने आज 14 अप्रैल रविवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 133 वीं जयंती के अवसर पर समारोह पूर्वक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसके तहत शहर के विभिन्न मार्गों पर डॉ अंबेडकर की शोभायात्रा निकल गयी। यह शोभायात्रा बैंडबाजों की धुन पर शहर के विभिन्न मार्गों पर भ्रमण करते हुए पुनः अंबेडकर धर्मशाला पहुंचकर संपन्न हो गई। इससे पूर्व शोभायात्रा का शहर में जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ तथा लोगों ने जलपान आदि कराया गया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं अपने विचार व्यक्त करते हुए बाबा साहब से प्रेरणा लेने के लिए अपील की है। शोभायात्रा में रथों पर सजी सजीव झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। इस अवसर पर प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद रही।
डा० भीमराव अम्बेडकर जयन्ती के अवसर रविवार को संविधान निर्माता भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर का 133 वॉ जन्मदिन समारोह बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। प्रातः बुद्ध वन्दना के उपरान्त शोभायात्रा सुबह 11 बजे धर्मशाला से शुमार लेकर, ब्लांक गेट, जिला अस्पताल, संजय गेट, सुभाषचौक, क्रय-विक्रय, तहसील गेट, सरकारी संघ व गुजरता हुआ पुराना फफूंद रोड, मुंसिफ कोर्ट से होकर पुनः धर्मशाला पहुंचकर सभा के रूप में तब्दील हो गई। इससे पूर्व शोभायात्रा का शहर में कई स्थानों पर स्वागत किया गया तथा शोभायात्रा में चल रहे लोगों को जलपान आदि कराया गया। शोभायात्रा में लोग बैंडबाजों की धुन पर थिरक रहे थे एवं अवीर, गुलाल उड़ा रहे थे। शाम के समय संत रविदास धर्मशाला में मनीषी वक्तागणों ने बाबा साहब के व्यक्तित्व व कृतित्व पर अपने विचार रखें। इस अवसर पर अपने वक्तव्य देते हुए पूर्व जिला अध्यक्ष कमलेश गौतम ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के तत्व से हम सभी को प्रेरणा लेने की महती आवश्यकता है। स्वतंत्र भारत में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखा गया संविधान लागू हुआ, जो हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, इसके साथ ही देश गौरान्वित हुआ। आगे कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वह दहाड़ेगा। अंत में उन्होंने कहा कि हम सभी को संगठित होकर रहने की बड़ी जरूरत है। संगठित होकर संघर्ष करने से सफलता अवश्य मिलती है। इसके अलावा गोष्ठी को तमाम वक्ताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान महात्मा ज्योतिवाराव फूले समिति नरायनपुर, डॉ भीमराव अंबेडकर समिति औरैया का विशेष सहयोग रहा। शोभा यात्रा एवं गोष्ठी के दौरान प्रमुख रूप से प्रेम नारायण दोहरे, रणवीर सिंह पुष्कर, धनीराम दोहरे, संतोष बाबू, प्रधान प्रतिनिधि चंद्र प्रकाश, श्री कृष्णा भारती, रघुनंदन निषाद, श्री कृष्णा निषाद, रणवीर सिंह प्रमोद सिंह मोहनीश के साथ ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं, युवा एवं बच्चे शामिल रहे। सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद एवं चौकन्ना रहा।
*इनसैट-* *अंबेडकर पार्क गोहाना से भी निकल गई बाबा साहब की शोभायात्रा* *औरैया।* इधर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर अम्बेडकर पार्क गोहना से शोभायात्रा प्रारम्भ होकर, औरैया नगर भ्रमण के बाद बौद्ध विहार पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान प्रमुख रूप से इंजीनियर समाजसेवी अनुपम गौतम ने कहा कि बाबा साहब द्वारा लिखित हमारे देश का संविधान सबसे बड़ा है। देश की सबसे बड़ी पहचान संविधान से ही है। हम सभी को अपने बच्चों के की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शिक्षित और संगठित होकर बाबा साहब के सपनों को साकार किया जा सकता है। शोभा यात्रा के दौरान प्रमुख रूप से हीरो कांत प्रधान, रमेश चंद्र बौद्ध, सुरेश बौद्ध, धर्मेंद्र, विक्रम सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।