समस्याओं का निदान नहीं होने पर बराहार के वाशिंदें करेंगे मतदान का बहिष्कार*
*ग्राम पंचायत बराहार में मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे ग्रामीण**
गांव में गंदगी जल भराव टूटी उखड़ी सड़क पेयजल व्यवस्था हुई चकनाचूर*
*औरैया।* जनपद के विकासखंड बिधूना ग्राम पंचायत बराहार जिला में गड्ढों में तब्दील उखड़ी सड़के टूटी व क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। इसके साथ ही नालियां गंदगी से पटी पड़ी हैं। जिसके कारण दुर्गंध फैल रही हैं। ग्रामीणों को परेशानी व मुसीबत से गुजरना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत में जलभराव की समस्या से ग्रामीण अजीज आ चुके हैं। ग्राम पंचायत के लोग काफी परेशान व त्रस्त हैं। सामुदायिक शौचालय, गंदगी से ग्रस्त हैं। शासन और प्रशासन को जानकारी देने के बावजूद अभी तक समस्याओं का निदान नहीं हो सका है, जिससे ग्रामीण हतोत्साहित हैं। ग्रामीणों ने विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाने के लिए शासन व प्रशासन से पुनः गुहार लगाई है। विकासखंड बिधूना क्षेत्र ग्राम पंचायत बराहार में विभिन्न समस्याओं से ग्रामीण बुरी तरह से त्रस्त व परेशान हैं। यहां तक की मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है, वही गंदगी का आलम इस प्रकार व्याप्त है कि लोगों को भयंकर दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण बृजेन्द्र सिंह, सुनील सविता, कप्तान बाथम, राजू राय, दिनेश कुमार, माधव सिंह ब्रिजेश दुबे व राजेंद्र सिंह सेंगर आदि ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंदगी से पटा पड़ा है। इसके साथ ही गांव की सड़क बड़े-बड़े गढ्ढों में तब्दील हो गई है, साथ ही टूटी एवं उखड़ी पड़ी हुई है। इतना ही नहीं पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं, जिससे ग्रामीणों को पेयजल के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सफाई कर्मचारी द्वारा नियमित सफाई नहीं होने से गांव की नालियां, गलियां व सड़के गंदगी से आच्छादित हो गई हैं। गांव का ही एक नामजद व्यक्ति नाली नहीं बनने दे रहा है, जिससे जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। गंदगी एवं प्रदूषित जल भराव के कारण मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि ग्रामीणों का दिन का चैन और रात की नींद गायब हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय के रहते जल भराव व गंदगी को दूर नहीं किया गया तो ऐसी स्थिति में गांव में संक्रामक रोग फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से समस्याओं का संज्ञान लेते हुए जनहित में समस्याओं का निदान कराई जाने के लिए गुहार लगाते हुए कहा है कि यदि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो वह स होकर मतदान का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिव जानबूझकर उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किए हुए हैं। इस संबंध में जब ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के मोबाइल नंबर पर दूरभाष के माध्यम से बात करनी चाही तो प्रधान के फोन में इनकमिंग कॉल की सुविधा नहीं थी। इसके बाद पंचायत सचिव से जब बात करनी चाही तो उन्होंने नजरअंदाज करते हुए कॉल बैक करने की बात कह कर फोन काट दिया और पुन: रीकॉल नहीं की जिससे कोई वार्ता नहीं हो सकी।