गडढ़ों में तब्दील उखड़ी सड़के व टूटी पड़ी क्षति ग्रस्त नालियों से बढ़ीं मुसीबत*
*जल भराव से मोहल्ले वासी परेशान व त्रस्त मतलब निकल गया फिर नगर पालिका वाले पहचानते नही…यहीं गीत गाते है मुहल्ले के लोग* *औरैया।* शहर के मोहल्ला पढ़ीन दरवाजा,( उत्तरी) नई बस्ती के महाराणा प्रताप स्कूल के पीछे तथा बाईपास रोड तक एवं इसके आसपास के इलाके में करीब 15 वर्षों से कोई विकास कार्य नहीं हुआ। यह मोहल्ला अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। करीब 6 वर्ष पूर्व खंझर ईट से बनी सड़क व सड़क की नालियां भी एक साल के भीतर टूटकर उखड़ गई। नालियों के टूटने से जल जमाव होने लगा। जिससे जल जमाव के करीबी मकानो को क्षति और नुकसान पहुंच रहा है। परनालों से हो रहे जल जमाव की दुर्गंध और सड़न मौत को दावत दे रही है। उखड़ी पड़ी सड़के व उड़ती धूल लोगो का जीनाl मुश्किल कर रही है। इतना ही नहीं इस मोहल्ले की तरफ ना तो नगर पालिका ने और ना ही शासन प्रशासन के किसी व्यक्ति विशेष ने कभी मुड़ कर नहीं देखा। “”मतलब निकल गया, फिर वो पहचानते नही,”” कहावत पूरी तरह चरितार्थ हो रही है। ज्ञात हो कि शहर की मोहल्ला पड़ी दरवाजा नई बस्ती महाराणा प्रताप स्कूल के पीछे की बस्ती तथा बायपास रोड तक के आसपास की बस्ती में विकास कोसों दूर है तथा यह मोहल्ला करीब 15 वर्षों से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है करीब 5 या 6 वर्ष पूर्व मानक विहीन खंजर ईंटों से बनी सड़क ब सड़क की नालियां भी 1 साल के भीतर टूट कर उखड गई टूटी नालियों के पानी से भयंकर जल जमाव बने रहने से नजदीकी मकानो के क्षति ग्रस्त होने का खतरा बड़ रहा है। जल जमाव से तथा पानी के सड़ने से विभिन्न संक्रामक रोग बीमारियों के बढ़ने का खतरा बना हुआ है। गड्ढे वाली सड़कों से निकलना दूभर हो गया है। मोहल्ले के होम सिंह, वीरेंद्र कश्यप,पेंटर राजू यादव, राम स्वरूप वैश्य ने बताया कि वर्ष 2015 से 2020 तक यह मोहल्ला मलिन बस्ती घोषित हो चुकी थी। तब भी इस मोहल्ले की नगर पालिका एवं शासन प्रशासन ने उपेक्षा की थी, तब से लेकर अभी तक इस मोहल्ले का विकास किसी के द्वारा नहीं कराया गया। जबकि यह मोहल्ला शहर का मुख्य मोहल्ले में माना जाता है, यहां पर विधायक सांसद और नगर पालिका की अनदेखी के चलते मोहल्ले का विकास नहीं हुआ है। मोहल्ले वासी लोग यही कहते हैं की “””मतलब निकल गया फिर नगर पालिका वाले पहचानते नहीं है, पहचानते नहीं है…..। मोहल्ले वासियों ने अभिलंब इस मोहल्ले में तथा उपरोक्त क्षेत्र में अभिलंब सीसी सड़के बनवाए जाने स्थाई ढाल सहित नालियां बनवाई जाने की गुहार शासन प्रशासन व नगर पालिका से लगाई है।