गमा देवी मंदिर पर होली अष्टमी के अवसर पर लगा मेला
*गमा देवी मंदिर का ऐतिहासिक महत्व, मेला में उमड़े श्रद्धालु*
*औरैया।* स्थानीय शहर के मोहल्ला नरायनपुर प्रधान डाकघर के समीप स्थित गमादेवी मंदिर पर होली अष्टमी के अवसर पर आज मंगलवार को भव्य मेला का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रकार की दुकानें सजी हुई थी। वही मिट्टी के बर्तनों की भी बड़ी संख्या में दुकानें लगी हुई थी। मेला में महिलाओं, बच्चों, पुरुषों एवं बुजुर्गों ने खरीददारी की है। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इसके साथ ही श्रद्धालु भक्तजनों ने मां गमादेवी के दर्शन कर मन्नतें मांगी।
शहर के नरायनपुर मोहल्ला में डाकखाने के पास स्थित यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख आस्था का केंद्र है। यहां पर नवरात्र भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। शहर के बीच बस्ती में होने के चलते अधिक भीड़ रहती है। नवरात्र में विशेषकर यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। नवरात्र में यहां पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया जाता है। कथा के अंतिम दिन यहां पर प्रसाद वितरण होता है। शहर के नरायनपुर मोहल्ला स्थित गमा देवी का मंदिर वर्षों पुराना है। बताया जाता है कि इस मंदिर की स्थापना जोधा के वंशजों द्वारा की गई थी। यह मंदिर छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है। लोग बताते हैं कि पहले यहां पर सिर्फ एक प्रतिमा स्थापित थी। इसके बाद मठिया बनवाई गई। यहां पर होली के बाद अष्टमी पर मेले का आयोजन किया जाता है। मंदिर की विशेषता है कि यह लोगों के लिए बड़ी ही आस्था का स्थल है। लोग मानते हैं कि गमा देवी (छोटी माता) से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। मंदिर की मठिया में स्थापित मां का विग्रह बड़ा ही सुंदर दिखता है। यहां होली के बाद अष्टमी पर हर वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में दूर दराज से लोग भी माता रानी के दर्शन के लिए आते हैं। यहां पर घड़े व सुराही की बड़ी संख्या में दुकानें सजाई जाती हैं। शहर के बीचोंबीच मोहल्ले में होने के चलते यहां पर आने के लिए कई रास्ते हैं। सुभाष चौराहे से आने वाले श्रद्धालु महावीरगंज से होते डाकखाने पहुंच सकते हैं। डाकखाने से थोड़ा आगे चलने के बाद सामने वाली गली में ही यह मंदिर स्थापित है। वहीं बनारसीदास बघाकटरा आदि से आ रहे लोग सहयोग कर रहे हैं। संघ होते हुए एडवोकेट सुरेंद्र नाथ शुक्ला वाली गली होते हुए भी इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं। वहीं सुरान से आने वाले लोग शहर को जाने, वाले मार्ग से नरायनपुर तिराहे पर पहुंच कुछ दूर चलकर मंदिर आ सकते हैं। उपरोक्त मेला में गमादेवी मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों रजनीश सैनी, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश सक्सेना, आदित्य शुक्ला व मीना देवी के साथ ही नरायनपुर के सभासद मुकेश कुशवाहा आदि का सहयोग रहा।
*पुजारी महिला ने रखी अपनी बात*
नवरात्र शुरू होने से पहले ही मंदिर की रंगाई पुताई का कार्य करा लिया गया था। इसके अलावा मंदिर की साज सज्जा व अन्य कार्यक्रम के लिए भी कमेटी द्वारा तैयारियां कर ली गई हैं। इस बार भी मंदिर में श्रीमद् भागवत का आयोजन किया जा रहा है। नवरात्र के अंतिम दिन यहां पर भंडारा भी कराया जाएगा। इससे पहले नवरात्र भर अलग-अलग कार्यक्रम कराए जाएंगे। मीना सैनी
*श्रद्धालु ने मंदिर के विषय में रखी बात*
यह मंदिर कई वर्ष पुराना है। यह बेहद पौराणिक है। नवरात्र के साथ ही वर्ष भर यहां महिलाएं, पुरुष और बच्चे यहां पर दर्शन को आते हैं। इसके अलावा दूर दराज के क्षेत्रों से ही यहां श्रद्धालु अपनी मन्नत मांगने आते हैं। गमा देवी मंदिर को छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी होती हैं। मंदिर कमेटी द्वारा नवरात्र को लेकर सभी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली थीं। चंद्रकांती