मसौली बाराबंकी । शिव गंगा साहित्य सेवा समिति की मासिक बैठक।
मसौली बाराबंकी । शिव गंगा साहित्य सेवा समिति की मासिक बैठक समीक्षक साहित्यकार डा. श्यामसुंदर दीक्षित की अध्यक्षता में सम्पन हुई। इस अवसर पर डा विनयदास, अजय सिंह गुरुजी, डा बलराम वर्मा, प्रदीप सारंग, ने सभा को संबोधित किया।
गोष्ठी में योगेन्द्र मधुप का प्रतीक चिह्न,अंगवस्त्र प्रदान कर समिति की ओर से सम्मानित किया गया।
काव्य गोष्ठी में ध्यान सिंह चिंतन ने पढ़ा ” करिहैं सब दुख दूरि,राम संकट हरिहैं,नागेंद्र सिंह ने पढ़ा” लै तरह तरह की तस्वीरै फेसबुक वाट्सअप पर डारि रहे। पुरिखा सब रहैं छिपाए जो,लरिका सब आज उघारि रहे।” अजय अटल ने पढ़ा ” बड़ी गर्मी का यू महीना लगे हैं प्राण घाती से,चला पछियाव बनिकै लूकु है धरती की छाती से।” सनत कुमार वर्मा अनाड़ी ने पढ़ा ” टप टप चुवई मोर पसिनवा,मोरी देहिया भीगी जाय।” राज कुमार सोनी ने पढ़ा”ऐ नारी कुछ तो ध्यान करो,मर्यादा का सम्मान करो” आईपी सिंह ने पढ़ा” कौड़ी कौड़ी जोड़ पढ़ाए, शौक सिंगार हैरान रे।गोष्ठी में रामकिशन यादव,जितेंद्र श्रीवास्तव, जैसराम, ध्यान सिंह चिंतन, विनोद कुमार चौधरी,सुनील झंझटी,दिवाकर सिंह शर्मा,साधना कंवल,नेहा पटेल,सनत कुमार वर्मा अनाड़ी, शिवम वर्मा अभिनय, अशोक सोनी,हरिशंकर दीक्षित,वीरेंद्र करुण, आदि कवियों ने काव्यपाठ किया। रमेश चंद्र रावत ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। गोष्ठी का संचालन कुमार पुष्पेंद्र ने किया।