बच्चों का भविष्य बनाने के बजाय उगाही पर ज्यादा ध्यान
मसौली बाराबंकी। बच्चो का भविष्य बनाने के बजाय उगाही पर ज्यादा ध्यान देने वाला सिटी कालेज ऑफ़ फार्मेसी लक्षबर बजहा हेडलाइन बन गया । कालेज प्रबंधतंत्र द्वारा बच्चो से 5 – 5 हजार रुपया स्कालरशिप के नाम पर वसूल तो लिये परन्तु बच्चो का ऑनलाइन डाटा फीडिंग नही की गयीं। कालेज प्रबंधतंत्र की कारगुजारियों से परेशान छात्र सोमवार को लखनऊ – अयोध्या हाईवे पर आ गये इस दौरान कई किमी0 लम्बा जाम लग गया सूचना पर पहुंची सफदरगंज पुलिस ने छात्रों की समझा बुझाकर मामले को शांत कराया।
बताते चले कि वर्तमान समय में बच्चो के स्कालरशिप के ऑनलाइन फीडिंग किये जा रहे है आवेदन की अंतिम तिथि 15 मार्च है स्कालरशिप प्राप्त करने के लिए प्रत्येक बच्चो द्वारा 5 – 5 हजार रुपया जमा किया गया है लेकिन ऑनलाइन डाटा फीडिंग न होने से कालेज में पढ़ने वाले सैकड़ा बच्चे स्कालरशिप से वंचित रह सकते है। डाटा फीडिंग न भेजे जाने के बारे मे जब छात्रों द्वारा कालेज प्रबंधतंत्र से की तो उन्हें कुछ दिन के लिए उन्हें निष्कासित कर दिया जाता है जब की स्कॉलरशिप रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 15 मार्च ही है और छात्रों से यह भी कहा जाता है कि स्कॉलरशिप को लेकर ज्यादा हंगामा किया तो प्रेक्टिकल के नंबर काट दिए जायेंगे वही सूत्रों से जानकारी मिली है कि बच्चों के स्कालरशिप के आवेदन रिजेक्ट कर दिये गये है उल्लेखनीय हो कि गरीब छात्रों की पढ़ाई स्कॉलरशिप पर ही टिकी होती है इसी को लेकर आक्रोशित छात्रों ने नेशनल हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया । सिटी कालेज फार्मेसी का वसूली का यह कोई नया मामला नही है इससे पूर्व गत 30 जुलाई को भी जीएनएम प्रथम सेमेस्टर की छात्रा नितिका अवस्थी पुत्री अजय कुमार को अपमानित करते हुए हॉस्टल से निकाल दिया गया था जिसका मुकदमा थाना सफदरगंज में दर्ज किया गया था। बहरहाल कालेज प्रबंधतंत्र बच्चो के भविष्य को बनाने से ज्यादा उगाही पर दे रहा है। कालेज की कारगुजारी पर जब प्रबन्धक विवेक श्रीवास्तव बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाईल नही मिल सका। थानाध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने बताया कि कालेज के बच्चे हाईवे पर आ गये थे जिन्हें समझा बुझाकर कर मामले को शान्त कर दिया गया है।