राजेश प्रजापति के आते ही शुरू हो गई जमके धन उगाही,हो रहे हैं बिना पत्रों के शिविर
राजेश प्रजापति के आते ही शुरू हो गई जमके धन उगाही,हो रहे हैं बिना पत्रों के शिविर
(सुत्र)
🟥 मिर्ज़ापुर -उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड जनपद मिर्जापुर ,विंध्याचल मंडल में वर्तमान में 2 सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त की नियुक्ति की गई है उनमें से एक अतिरिक्त प्रभार राजेश प्रजापति को सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त विंध्याचल मंडल का मिला हुआ है। बताते चलें कि राजेश प्रजापति विंध्याचल मंडल। व वाराणसी मंडल के सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त के पद पर कार्यभार देख रहे हैं यही नहीं वाराणसी जनपद में यह पूर्व में जिला संगठन आयुक्त पद पर रह चुके हैं और वाराणसी के मूल निवासी है कुछ वर्षों पूर्व ही सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त संविदा पर उनकी भर्ती की गई जिसमें सर्वप्रथम इन्हें विंध्याचल मंडल क्षेत्र दिया गया जिसमें यह बहुत अच्छा प्रदर्शन न कर सके।और प्रदेश के ड्रीम प्रोजेक्ट आजीवन सदस्यता पर उनका रुझान नहीं रहा उनके कार्यकाल में आजीवन सदस्यता न के बराबर रही ।बल्कि विभिन्न विद्यालयों में बिना पत्राचार के प्रशिक्षण शिविर आयोजित करके प्रथम द्वितीय तृतीय सोपान के नाम पर खुब धन उगाही का काम इनके द्वारा जमकर किया गया था। जिसे देखते हुए प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ द्वारा इनका स्थानांतरण अलीगढ़ मंडल में कर दिया गया था।और आज पुनः वही जनपद, मंडल में पुनरावृत्ति की जा रही है राजेश प्रजापति के आते ही क्षेत्र में धड़ल्ले से बिना पत्राचार के प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गए हैं बेसिक की मान्यता रखने वाले विद्यालयों में बिना पत्राचार के प्रशिक्षण शिविर हो रहे हैं जिन विद्यालयों में स्काउट गाइड का पंजीकरण नहीं है वहां पर प्रथम द्वितीय तृतीय सोपान के तीन दिवसीय कार्यक्रम बिना प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ के अनुमति से कार्यक्रम संपन्न कराकर लगातार केवल धन उगाही किया जा रहा है इसका जिला संस्था या किसी से कोई रिकॉर्ड आय व्यय का संबंध नहीं है सूत्रों के अनुसार अभी हाल में ही चुनार तहसील के अंतर्गत प्रशिक्षक मुकेश कुमार सिंह द्वारा कक्षा 5 तक की मान्यता रखने वाले प्राइवेट विद्यालय जो कि कक्षा 12 तक संचालित किया जा रह है में स्काउट गाइड का प्रशिक्षण संपन्न कराया गया यह सब वर्तमान में प्रभारी पद पर नियुक्त सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त राजेश प्रजापति के देखरेख संरक्षण में चल रहा है इन कार्यों में लिप्त राजेश प्रजापति हर मंडल में अपना निजी कार्य साधने और धन उगाही में लगे रहते हैं हाल में ही उच्च स्तरीय प्रशिक्षण एलटी कोर्स में भी यह नाट क्वालिफाइड (फेल)भी हुऐ हैं। तब भी न जाने किस अधिकारी के श्रेय पर यह इस प्रकार से धन उगाही में लगे रहते हैं। सोचने और समझने का विषय है प्रश्न उठता है ऐसे में राजेश प्रजापति को इतनी आजादी क्यों दी जाती है प्रादेशिक संगठन का इनके ऊपर कोई लगाम है या नहीं। सूत्रों के हवाले से प्राप्त खबर!