विश्व वन्यजीव सप्ताह 2022 विशेष प्रसार भारती (AIR) केंद्र के गेट पर 7 फ़ीट लम्बे अजगर को देख कर्मचारी आये दहशत में
सर्पमित्र डॉ आशीष ने किया सुरक्षित रेस्क्यू, तब आई सबकी जान में जान
इटावा। कालीवाह मंदिर से पूर्व धूमनपुरा स्थित नवनिर्मित आकाशवाणी (AIR) प्रसार भारती,इटावा के मुख्य कार्यालय के गेट पर आज सुबह एक 7 से 8 फ़ीट लम्बा अजगर आकर लिपट कर बैठ गया। जिसे देखकर कर्मचारियों की सांसे अटक गई। वे सभी कुल 7 कर्मचारी अपने ऑफिस के अंदर ही फँसे रह गये। व बेहद ड़र की वजह से वे सभी खिड़की से ही बाहर निकल रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी रहे प्रसार भारती केंद्र के प्रभारी इंजिनियर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि,आज सुबह जब ड्यूटी पर आने के बाद हम लोगो की नजर अचानक से गेट पर ऊपर गई तो देखा कि एक बड़ा सा लगभग 7 से 8 फ़ीट लम्बा अजगर गेट के शीशे के ऊपर लगी ग्रिल पर आराम से लिपटा हुआ बैठा था। जिसे देख हम सभी बेहद डर गये थे तब हमने डायल 112 से सहायता मांगी जिसके बाद पुलिस मौके पर आई और उन्होंने
मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर एवं वन्यजीव विशेषज्ञ सर्प मित्र डॉ आशीष को तत्काल सूचित किया। जिसके बाद सर्पों के संरक्षण व सर्पदंश जागरूकता के लिये जनपद में कार्य कर रहे सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी मौके पर पहुँचे और कड़ी मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित रूप से काबू में कर डायल 112 की सहायता से उसके प्राकृतवास में ले जाकर छोड़ दिया। डॉ आशीष ने बताया कि,
यह सर्प इंडियन रॉक पाइथन था जिसका सामान्य नाम अजगर एवं जन्तु वैज्ञानिक नाम पाइथन मोलूरस होता है। इसकी लम्बाई लगभग 7 फ़ीट वजन लगभग 10 किलोग्राम रहा होगा और यह एक विषहीन प्रजाति का सर्प होता है जिससे किसी को कोई खतरा नही होता है बस काट लेने पर लापरवाही करने से सिर्फ गेंग्रीन ही हो सकता है इसके साथ ही यह सर्प वन्यजीव अधिनियम 1972 के तहत यह एक संरक्षित प्राणी भी है जिसे नुकसान पहुंचाने पर या मारने पर विभिन्न धाराओं में सजा औऱ जुर्माने का प्रावधान भी है। आज के इस सुरक्षित रेस्क्यू में यूपी पुलिस की डायल 112 सेवा की 4605 पीआरवी से योगेश एवं अवनीश कुमार भी उपस्थित रहे। जिनकी मौजूदगी मैं व प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी,इटावा अतुल कांत शुक्ला के निर्देशन में उस अजगर को उसके प्राकृतवास में ले जाकर सुरक्षित छोड़ दिया गया। विदित हो कि,संस्था ओशन के महासचिव डॉ आशीष त्रिपाठी के द्वारा जनपद में लगातार चलाये जा रहे जागरूकता अभियान का ही एक बड़ा असर हो चुका है कि, अब लोगो ने सर्पों व अन्य वन्यजीवों को बिल्कुल मारना ही छोड़ दिया है। और सीधे ही कहीं भी उनके दिखाई देने की सूचना डॉ आशीष को देने लगे है। जनपद की जनता की सोच में यह बड़ा ऐतिहासिक बदलाव इससे पहले कभी भी देखा नही गया था।
ब्यूरो चीफ इटावा से नन्द किशोर शाक्य