मां का पहला दूध अमृत के समान डॉ तृप्ति रस्तोगी।
मां का पहला दूध अमृत के समान डॉ तृप्ति रस्तोगी।
मीरजापुर / चुनार – स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मिर्जापुर के मिशन शक्ति अभियान एवं अमृत महोत्सव के संयुक्त तत्वाधान में विश्व स्तनपान सप्ताह तथा घर-घर तिरंगा कार्यक्रम विषयक एक विचार संगोष्ठी आयोजित की गई । संगोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पूजन अर्चन के साथ संपन्न हुआ। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए रस्तोगी डेंटल क्लीनिक चुनार की डॉ तृप्ति रस्तोगी ने स्तनपान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि मां का पहला दूध अमृत के समान होता है अतः सभी बच्चों के समुचित विकास के लिए माताओं को कम से कम 6 माह तक अनिवार्य रूप से स्तनपान कराना चाहिए। स्तनपान सभी रोगों से मुक्ति का सरल समाधान है। यह सभी बच्चों का अधिकार भी है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विषयक सुझाव देते हुए बताया कि सभी को अपने दांतो का नियमित चेकअप कराना चाहिए। दांतों की देखभाल चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए। घर-घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मेजर कृपाशंकर सिंह ने कहा कि अनेक बलिदान के पश्चात तिरंगे को फहराने की आजादी प्राप्त हुई है । झंडे के तीनों रंगों के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि केसरिया रंग शौर्य का सफेद रंग शांति का तथा हरा रंग प्राकृतिक सुषमा का प्रतीक है अशोक चक्र सतत गतिशील रहने का द्योतक है। इस अवसर पर स्तनपान सप्ताह विषयक पोस्टर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अशर्फी लाल ने कहा कि दोनों कार्यक्रम जन जागरूकता के लिए आयोजित हो रहे हैं। हम सभी को इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए । संगोष्ठी का संचालन मिशन शक्ति की सहसंयोजक डॉक्टर शेफालिका राय , स्वागत भाषण मिशन शक्ति कार्यक्रम के संयोजक डॉ प्रभात कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन अमृतमहोत्सव की संयोजिका डॉ कुसुम लता ने किया। इस अवसर पर डॉ विपुल रस्तोगी डॉ माधवी शुक्ला डॉ अवधेश सिंह यादव डॉक्टर देव कुमार राजेश कुमार डॉक्टर संकटा प्रसाद सोनकर सूबेदार यादव डॉ रीता मिश्रा तथा महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।
क्राइम रिपोर्टर वर्षा पाठक की रिपोर्ट