तम्बाकू सेवन से होती हैं कई गंभीर बीमारियाँ : सीएमओ
तम्बाकू छोड़ना स्वस्थ रहने, पैसे बचाने और परिवार को सुरक्षित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:डा.गीतम सिंह
जिले में मनाया गया विश्व तम्बाकू निषेध दिवस, हस्ताक्षर अभियान के साथ इसे त्यागने और समाज से बाहर निकालने का लिया संकल्प
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर मंगलवार को लोगों को जागरूक करने व तम्बाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों के बारे में बताने के लिए जिले भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसी क्रम में सीएमओ कार्यालय में जागरूकता गोष्ठी के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने उपस्थित सभी को इसे त्यागने व समाज से बाहर निकालने की शपथ दिलाने के साथ ही इसके सेवन से बचने का संदेश दिया।
सीएमओ ने कहा कि कि तंबाकू,गुटखा,धूम्रपान की शुरुआत बस एक शौक के रूप में होती है, लेकिन कब यह शौक धीरे-धीरे आदत में बदल जाती है पता ही नहीं चलता और यह आदत आगे चलकर एक ऐसी लत बन जाती है, जो इंसान को पैसों की बर्बादी के साथ बीमार और परेशान तो करती ही है। इसके अलावा जानलेवा भी होती है |
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ गीतम सिंह ने बताया कि तंबाकू का सेवन बहुत ही नुकसानदायक और गंभीर बीमारियों की जड़ है।कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी तंबाकू सेवन से ही होती है। फेफड़ो की बीमारी जैसे क्रॉनिक, ब्रोंकाइटिस व एम्फिसेमा होने की मुख्य वजह धूम्रपान ही है। क्रोनिक यानी लंबे समय तक धूम्रपान करने से फेफड़ों एवं सांस नली के कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है। दुनिया में कैंसर से होने वाली मौतों में फेफड़ों के कैंसर के मरीजों की संख्या ज्यादा है। इसकी मुख्य वजह धूम्रपान ही है।
तम्बाकू नियंत्रण के जिला सलाहकार डॉ रवि प्रताप सिंह ने बताया कि तंबाकू सेवन को रोकने के लिए सरकार द्वारा कानून बनाया गया है। इसके लिए सिगरेट व अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा)-2003 लागू किया गया है | कोटपा के तहत तम्बाकू के गलत इस्तेमाल करते हुए पकड़े जाने पर लोगों पर धारा 4,5,6 तथा 7 के तहत कानूनी कार्रवाई व आर्थिक दंड वसूला जा सकता है।
लत छुड़ाने के लिए जिला अस्पताल में बना काउंसलिंग सेन्टर
जिला अस्पताल कन्नौज में तैनात साइकोलाजिस्ट काउसंलर महेन्द्र प्रताप ने बताया कि तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले की लत छुड़ाने के लिए जिला अस्पताल कन्नौज में 6 वर्षों से काउंसलिंग सेंटर बना हैं। काउंसलिंग सेन्टर पर अब तक लगभग 11,000 लोगों की काउंसलिंग की गई है। काउंसलिंग के दौरान लोगों को तम्बाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी दी जाती हैं | इसके साथ ही तम्बाकू की लत छुड़ाने के लिए निकोटिन च्वींगम,निकोटिन पैच आदि दिए जाते हैं।