पत्रकारों पर उत्पीड़न नहीं सहेगा पत्रकार संघ ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उप्र जनपद अलीगढ के जिलाध्यक्ष सुखबीर शर्मा ने जनपद बलिया में इंटरमिडिएट अंग्रेजी पेपर लीक मामले को उजागर करने वाले निर्दोष पत्रकार अजित ओझा के अलावा दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता झब्बू पत्रकारों को प्रशासन ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए झूठा फसा कर जेल भेज दिया। प्रशासन के इस सड्यंत्र ने अंग्रेजी हकूमत को याद दिला दी है। जबकि अभी तक बलिया प्रशासन पत्रकारों के खिलाफ कोई भी सबूत तक नहीं जुटा सका है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है जिसके एक स्तंभ को गिरकर क्या लोकतंत्र का ढांचा खड़ा रह सकता है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाने वाले पत्रकारों पर इसी तरह के षड्यंत्र होते रहे तो वह दिन दूर नही जब विश्व में देश का नाम यश व कीर्ति सब मिट्टी में मिल जाएगा। पत्रकारों को झूठे फ़साये जाने को लेकर प्रदेश भर के पत्रकारों में रोष है। हम न्याय प्रिय मुख्यमंत्री जी से मांग करते हैं कि परिक्षा कि गोपनीयता भंग करने वाले बलिया के डीएम को निलंबन किया जाय, तथा निर्दोष पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस करा कर जेल से शीघ्र रिहा किया जाय। पत्रकारों को न्याय नहीं मिला तो अन्यथा कि स्थिति में प्रेस परिषद के अलावा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।