एएमयू की अनाथ छात्रा ने अंग्रेजी में लिखी किताब, लोगो के दिलो में बना रही जगह
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) की छात्रा तसनीम कौसर ने पहली किताब अंग्रेजी में प्रकाशित हुई है। किताब का नाम ‘दियर इज स्टोरी बिहाइंड इवरी स्टोरी (हर कहानी के पीछे की कहानी है)। तसनीम की इस किताब की हर तरफ चर्चा है। क्योंकि ये किताब तसनीम की विपरीत परिस्थितियों से लड़कर की गई मेहनत का नतीजा है।
बिहार के छपरा जिले के रहने वाली तसलीम कौसर ने अपने जन्म के 6 माह के भीतर ही अपनी माँ को खो दिया था। कुछ साल बाद उनके पिता का साया भी उनके सिर से उठ गया। रिश्तेदारों की मदद से उनका स्कूल में दाखिला हुआ। छपरा में हाईस्कूल तक पढ़ाई करने के बाद उन्होने एएमयू के स्कूल में 11वीं में दाखिला लिया। अब वह एएमयू से बीए कर रही हैं।
तस्नीम ने बताया कि पिता ने ही उनमें लेखन का जुनून पैदा किया था। पिता बचपन से ही उनको पत्रिकाओं में लिखने के लिए प्रेरित किया करते थे। कई वर्षों की मेहनत के बाद उनकी पहली किताब ‘हर कहानी के पीछे की कहानी है’ छपकर आ गई है। किताब अंग्रेजी भाषा में है।
किताब के बारे में उन्होंने बताया कि हर इंसान की एक अपनी कहानी होती है, उस कहानी को जानना चाहिए। इसके बाद उसके बारे में सोचना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति गलत बयान देता है या कुछ गलत करता है तो उसके पीछे कोई न कोई कारण जरूर रहा होगा।
तस्नीम ने कहा कि किताब लिखने का विचार उन्हें तब आया, जब वह ट्रेन में यात्रा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वह सफल लेखक बनना चाहती हैं ताकि उनके लिखे शब्दों से लोग प्रभावित हों। यह सफलता का पहला कदम है। वह कुछ और किताबों पर काम कर रही हैं, जो जल्द प्रकाशित होंगी।”