November 19, 2024

कश्मीरी पंडितों के ऊपर हुए जुल्म को लेकर बनी फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” (The Kashmir Files) लगातार विवादों में है. तमाम बुद्धिजीवियों का कहना है कि इस

 

कश्मीरी पंडितों के ऊपर हुए जुल्म को लेकर बनी फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” (The Kashmir Files) लगातार विवादों में है. तमाम बुद्धिजीवियों का कहना है कि इस फिल्म के जरिए एक विचारधारा विशेष को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है और जन भावनाओं से खेल कर पैसा भी कमाने की कोशिश हो रही है.
अब इस फिल्म को लेकर करणी सेना के अध्यक्ष ने भी मांग उठा दी है. बता दें कि करणी सेना का समर्थन करने वाले ज्यादातर मौजूदा सत्ता का समर्थन करते हुए पाए जाते हैं. करणी सेना के अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू (Surajpal Ammu) ने “द कश्मीर फाइल्स” के निर्माता और निर्देशक से मांग कर दी है. उन्होंने कहा है कि, “द कश्मीर फाइल्स” से होने वाली कमाई का 50% हिस्सा विस्थापित कश्मीरी पंडितों के कल्याण में लगाया जाए.

करणी सेना के अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने आगे कहा है कि, अगर निर्माता और निर्देशक विस्थापित कश्मीरियों के कल्याण में योगदान करने में विफल रहते हैं तो यह मान लिया जाएगा कि, उन्होंने केवल विस्थापित लोगों की पीड़ा को भुनाने के लिए फिल्म का निर्माण किया था और उनके कल्याण के लिए कोई वास्तविक चिंता नहीं थी.

आपको बता दें कि, इस फिल्म को देखने वालों की शिकायत है कि इस फिल्म में कई पहलुओं को जानबूझकर नहीं दिखाया गया है, ताकि एक धर्म विशेष के खिलाफ नफरत को बढ़ावा दिया जा सके. इस फिल्म के रिलीज होने के बाद से ही लगातार इस पर विवाद हो रहा है.

लोगों का कहना है कि, अगर मौजूदा सत्ताधारी पार्टी के नेता और समर्थक तथा खुद प्रधानमंत्री मोदी कश्मीरी “पंडितों पर हुए जुल्म की बात कर रहे हैं 32 सालों की बात कर रहे हैं कि, कश्मीरी पंडितों पर जुल्म हुए 32 साल हो गए और अभी तक उनको इंसाफ नहीं मिला तो सबसे पहले 32 सालों में पाँच साल अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार रही.

  1. इसके पहले नब्बे में भाजपा समर्थित वी पी सिंह की सरकार थी. 2014 से मोदी सरकार है. यानी लगभग आधे वक्त भाजपा सत्ता में रही केंद्र में. क्या किया बीजेपी कश्मीरी पंडितों के लिए?


About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *