BJP की जीत से सपा समर्थक किसान हारा शर्त, जाएगी चार बीघा जमीन!
शर्त हारा सपा समर्थक किसान शेर अली. (फोटो: )
यूपी विधानसभा चुनाव (UP election 2022) के नतीजे जारी हो चुके हैं. इसमें 255 सीटों पर BJP को जीत मिली और 111 सीटों के साथ सपा (SP) मुख्य विपक्षी पार्टी बनी है. नतीजे आने के बाद जहां एक ओर पार्टियां अपनी हार-जीत का मंथन कर रही हैं, वहीं बदायूं जिले (Budaun) से सपा समर्थक की गजब की शर्त की खबर सामने आ रही है. यहां भाजपा और सपा समर्थक दो किसानों के बीच शर्त लगी थी कि उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी और सरकार बनाएगी. इस शर्त में हारने वाला किसान 1 साल के लिए अपनी जमीन जीतने वाले को देगा. इसके लिए दोनों का शर्त का लिखितनामा भी तैयार किया. गांव के कई लोग गवाह भी बने. अब यही लिखितनामा सोशल मीडिया पर भी सामने आया है. हालांकि, भारतीय अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, ऐसे लिखितनामे का कोई कानूनी महत्व नहीं हैं, क्योंकि धारा 30 के तहत शर्त का करार शून्य होता है.
मामला क्या है?
अनोखी शर्त लगाने वाले ये किसान बदायूं जिला मुख्यालय से तकरीबन 24 किलोमीटर दूर विकास खंड म्याऊं क्षेत्र के गांव विरियाडांडा के रहने वाले हैं. इनमें एक किसान विजय सिंह हैं तो दूसरे शेर अली शाह हैं. विजय सिंह भाजपा समर्थक हैं, तो शेर अली का रुझान सपा की ओर है. पिछले दिनों मतदान के बाद चुनावी चर्चा के दौरान इन दोनों के बीच शर्त लगी थी.
बताया जाता है कि गांव के लोग शाम के वक्त चौपाल पर बैठे थे. इसी दौरान चुनावी चर्चा शुरू हो गई. विजय सिंह ने दावा किया कि यूपी में एक बार फिर योगी सरकार बनेगी, जबकि शेर अली का कहना था कि जनता बदलाव चाहती है और केवल सपा की सरकार सत्ता में आएगी. देखते ही देखते बहसबाजी इतनी बढ़ गई कि दोनों ने हार-जीत पर शर्त लगा डाली. आजतक के अंकुर चतुर्वेदी की रिपोर्ट के मुताबिक, गांव के प्रमुख लोगों ने दोनों की शर्त के लिए एक लिखितनामा तैयार किया. 12 लोग इस शर्त के गवाह बने.
शर्त के मुताबिक, अगर सरकार सपा की बनी तो विजय सिंह चार बीघा जमीन साल भर के लिए शेर अली को दे देंगे और एक साल के लिए वही उसपर खेती करेंगे. जबकि भाजपा सत्ता में लौटी तो शेर अली चार बीघा जमीन सालभर के लिए विजय सिंह को देंगे. गांव के कुछ प्रमुख लोग इस शर्त के गवाह बने. जिनमें किशनपाल सेंगर, जय सिंह शाक्य, कन्ही लाल, राजाराम, उमेश, राजीव कुमार, सतीश कुमार सहित 12 लोग शामिल हैं.