*तमिलनाडु में चमकेंगे औरैया के होनहार, स्काउट-गाइड बच्चों को दी भावभीनी विदाई*

*योग, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों में बच्चों की भागीदारी*
*बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने और जिले का नाम रोशन करने की पहल*
*औरैया।* तमिलनाडु के जिचुरापल्ली में आयोजित होने वाली डायमंड जुबली जम्बूरी के लिए औरैया जिले के स्काउट-गाइड के बच्चों को बुधवार को नगर पालिका इंटर कॉलेज से हर्षोल्लास के साथ रवाना किया गया। इस अवसर पर सहायक प्रादेशिक कमिश्नर जय प्रकाश दक्ष, जिला आयुक्त (स्काउट) सुनील कुमार मिश्रा, जिला सचिव त्रिलोक बाजपेई, जिला कोषाध्यक्ष अजय कुमार मिश्रा, जिला स्काउट मास्टर अरुण कुमार त्रिपाठी,प्रदीप दुबे स्काउट मास्टर , एसआरजी सुभाष रंजन द्विवेदी और जिला संगठन आयुक्त ललित कुमार ने बच्चों को माला पहनाकर सम्मानित किया।
इस मौके पर बच्चों को मिठाई खिलाकर उनका उत्साह बढ़ाया गया और उन्हें आयोजन में भाग लेने के लिए विशेष ट्रेक सूट प्रदान किए गए। यूनिट लीडर स्वराज कुमारी और विशाल दुबे बच्चों के साथ जम्बूरी में उनकी सहायता के लिए रवाना हुए। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम औरैया श्री मती अपर्णा मीनाक्षी द्वारा बच्चों का माल्यार्पण किया गया ।इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी एम पी सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक जी एस राजपूत और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार ने बच्चों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन बच्चों के व्यक्तित्व विकास और जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने का एक सुनहरा अवसर है। जानकारी हो कि जम्बूरी में देशभर से स्काउट-गाइड के बच्चे भाग ले रहे हैं। इस आयोजन में योग प्रतियोगिता समेत कई सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। औरैया जिले के बच्चे इन गतिविधियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। प्रतिभागी बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक बड़ा मौका है, जहां वे अपनी योग्यता को देशभर के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं। अभिभावकों और विद्यालय के शिक्षकों ने भी बच्चों को शुभकामनाएं दीं और उनकी सफलता की कामना की। इस आयोजन से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे जिले का नाम गौरवान्वित करेंगे। इस मौके पर टीम में सबसे कम उम्र के बालक प्राथमिक विद्यालय बजाजा के छात्र सागर गुप्ता को उसके विद्यालय में विद्यालय की प्रधानाध्यापक बीना मिश्रा व एसआरजी सुभाष रंजन द्विवेदी ने माला पहनाकर व तिलक कर विदा किया।