*बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा*

*दो दिवसीय कार्यशाला के जरिए आत्मनिर्भरता और नेतृत्व कौशल को मिलेगा बढ़ावा*
*औरैया।* जिले के 453 मीना मंच और पॉवर एंजिल के सशक्तिकरण, नेतृत्व क्षमता, और जीवन कौशल शिक्षा के विकास के लिए दो दिवसीय गैर-आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
यह प्रशिक्षण कार्यशाला राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय, लखनऊ के निर्देशानुसार ब्लॉक स्तर पर आयोजित होगी। राज्य स्तर पर सीमैट, प्रयागराज में प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रत्येक कंपोजिट और उच्च प्राथमिक विद्यालय से चयनित एक शिक्षिका या शिक्षक को सुगमकर्ता के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये शिक्षक विद्यालयों स्तर पर बालिकाओं को प्रशिक्षित करेंगे। कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके नेतृत्व कौशल को विकसित करना है। इसके तहत मीना मंच और पॉवर एंजिल को विभिन्न गतिविधियों और शिक्षण विधियों के माध्यम से सशक्त किया जाएगा। इस कार्यक्रम से छात्राओं को न केवल अपने अधिकारों और कर्तव्यों की समझ मिलेगी, बल्कि वे अपने विद्यालय और समाज में एक सकारात्मक बदलाव का माध्यम भी बनेंगी। जिला स्तर पर यह प्रयास मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण कदम है। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा, रक्षा चौहान ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि उन्हें जीवन कौशल, निर्णय लेने की क्षमता और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना भी है। हम सुनिश्चित करेंगे कि जिले के हर स्कूल से सुगमकर्ता को प्रभावी रूप से प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें। उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर मास्टर ट्रेनर निर्धारित तिथियों में प्रत्येक उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों से एक एक शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। जो विद्यालय स्तर पर बालिकाओं को प्रशिक्षण देंगे।