*कोर्ट के स्टे को तहसीलदार ने नहीं माना,बीच में खुदवा दिया रोड*

*फफूंद,औरैया।* थाना क्षेत्र के एक गांव में एक किसान की दो अलग अलग रकवा की जमीन में स्टे होने के बावजूद भी तहसीलदार ने जबरन रोड खुदवा दिया।पीड़ित किसान स्टे की कॉपी दिखाकर तहसीलदार से न्याय मांगता रहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और उसके दो रकवा के बीच सड़क के लिए खुदाई करवा दी। प्रशासन की इस कार्यवाही से किसान के परिजन बेहद परेशान दिखाई दिए।
थाना क्षेत्र के गांव भर्रापुर निवासी किसान रामेंद्र कुमार उर्फ लला त्रिपाठी की गांव में रकवा नंबर 371 और 370 क में जमीन है।उनकी जमीन के बगल में रकवा 370 ख में कुछ लोगों के मकान बने हुए हैं जिनके दरवाजे इसी जमीन की ओर बने हुए हैं। इन्हीं मकान मालिक अरुणकुशवाह,उमाकांत,अन्नू,रामशंकर,कैलाश बाबू, मनोहर सिंह, अभय राम आदि ने 27 नवंबर को डी.एम को प्रार्थनापत्र देकर सड़क बनवाने की मांग की थी।जिसको लेकर गुरुवार को तहसीलदार रणवीर सिंह, कानूनगो संतोष सेंगर,लेखपाल अशोक दोहरे, लेखपाल प्रदीप कुमार जे सी बी और पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे और किसान रामेंद्र की जमीन की नाप जोख शुरू कर दी। अचानक नापजोख होते देख किसान ने तहसीलदार को जमीन को अपनी बताते हुए कहा कि यह जमीन उनकी पैतृक है और यहां कोई चकरोड कागजों में दर्ज नहीं है साथ ही कोर्ट का स्टेट आर्डर भी दिखाया और दोनों रकवा की नापजोख करने की कहा।इसके बावजूद भी तहसीलदार ने ऊपरी दबाव की बात कहते हुए जगह की नापजोख करानी शुरू कर दी।किसान रामेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि राजस्व टीम ने दोनों रक्वों की नाप नहीं की और केवल रकवा 371 की नाप करने के बाद जबरन सड़क खोद दी।पीड़ित किसान अपनी जमीन में सड़क बनने से बहुत सदमे में है और उन्होंने इस मामले को हाइ कोर्ट में अपील करने की बात कही है।इस मामले में जब तहसीलदार रणधीर सिंह से जानकारी की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।