रविशंकर की एवं मुख् विकास अधिकारी हरिद्वार
जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार विनीत तोमर की अध्यक्षता में बाल श्रम हेतु गठित जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय रोशनाबाद में आयोजित की गयी।
सहायक श्रमायुक्त हरिद्वार एस0सी0 आर्य ने बताया कि बाल श्रम सर्वेक्षण हेतु 04 लाख रूपये प्राप्त हुए थे। यह धनराशि, बाल श्रम सर्वेक्षण हेतु शहरी क्षेत्र में शिक्षा विभाग व ग्रामीण क्षेत्र में डाक विभाग को सर्वेक्षण हेतु दी जानी थी। डाक विभाग द्वारा सर्वे कार्य में असमर्थता जताए जाने पर ग्रामीण क्षेत्र में भी सर्वे का कार्य शिक्षा विभाग द्वारा ही सम्पादित किया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक श्री ब्रहमपाल सिंह सैनी ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वार शहरी क्षेत्र में 15 फरवरी तक कराये गये सर्वे में कुल 170 बाल श्रमिक चिन्हित किये गये हैं। जिनमें भगवानपुर में 15, लक्सर में 12, बहादराबाद में 79, नारसन में 21 तथा रूडकी में 43 बच्चों को चिन्हित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे का कार्य जारी है।
सर्वे में चिन्हित बच्चों को आयु वर्गानुसार बाल श्रमिक को सर्व शिक्षा अभियान, एनसीएलपी के विशेष प्रशिक्षण केन्द्र तथा किशोर श्रमिकों को कौशल विकास कार्यक्रम से जोडा जाएगा।
जिलाधिकारी ने चिन्हित बच्चों को तुरंत रेस्क्यू करने तथा सभी संबंधित विभागों
को भविष्य में अधिक सर्तकता बरतने, समन्वय एवं संवेदनशील होकर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने सर्वे में चिन्हित समस्त बच्चों का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील की कि यदि बाल श्रम को रोकने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करें। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों में बैठकों में पूर्ण विवरण के साथ आने तथा पूर्ण व स्पष्ट जानकारी रखने के निर्देश दिये।