*अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने 4 शातिर कियें गिरफ्तार*

*औरैया।* थाना अयाना और साइबर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने चार शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से छह एंड्रायड मोबाइल, कूट रचित आधार कार्ड,नौ बैंक पासबुक, तीन चेकबुक, चार पोस्ट ऑफिस पासबुक, चार रजिस्टर, छह एटीएम कार्ड, दो मोटरसाइकिल और 4,300 रुपए नकद बरामद किए गयें हैं। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी 31 शिकायतें दर्ज हैं, जिनमें करीब 32.78 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना अयाना में विकास सक्सेना नामक पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई कि रमेश कुशवाहा नाम के व्यक्ति ने उसे एयरलाइंस कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। आरोपी ने विकास से सिम कार्ड और बैंक खाता खुलवाकर एटीएम कार्ड अपने पास रख लिया और फर्जी दस्तावेज देकर नौकरी की पुष्टि का दावा किया। जब विकास ने इन दस्तावेजों की जांच कराई, तो उसे ठगी का पता चला। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। 22 दिसंबर 2024 को गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि साइबर अपराधी भौतापुर मोड़ पर मौजूद हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि यह गिरोह नौकरी का झांसा देकर ग्रामीणों से बैंक खाते खुलवाता था और उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर साइबर अपराध करता था।
गिरफ्तार अभियुक्तों में रमेश कुमार कुशवाहा और गिरीश कुशवाहा आगरा के निवासी हैं, जबकि विमल कुमार शर्मा और वारिस राजस्थान के निवासी हैं। पुलिस ने उनके पास से छह एंड्रायड मोबाइल, फर्जी आधार कार्ड, नौ पासबुक, तीन चेकबुक, चार पोस्ट ऑफिस पासबुक, चार रजिस्टर, छह एटीएम कार्ड, दो मोटरसाइकिल (हीरो पैशन प्लस और हीरो स्प्लेंडर प्रो), और 4,300 रुपये नकद बरामद किए हैं।पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ धारा 318 (4), 336 (3), 338, 340 बीएनएस और आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। इनमें से एक अभियुक्त विमल कुमार शर्मा के खिलाफ राजस्थान में अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं।