May 14, 2025

*हरचंदपुर गांव में किसान कर रहे खजूर के साथ चंदन की खेती*

*- जिले के मंडल में पहला गांव जहां खजूर और चंदन की हो रही खेती*
*- फोटो बाग में खजूर का पेड़ दिखाते किसान आदित्य उर्फ़ राजू दुबे*
.*रामगढ़,औरैया।* जिले की 70 फीसदी आबादी गांव में रहती है, जिले का कुछ हिस्सा बीहड़ में आता है, लेकिन किसान अलग-अलग खेती के प्रति जागरूक हो अपनी आय को बढ़ा रहे हैं। अब जिले में खजूर, चंदन, अंजीर, चीकू आदि की भी खेती होगी। किसान आदित्य दुबे उर्फ़ राजू दुबे गांव हरचंदपुर में चालीस बीघा में जैबिक खेती तो कर ही रहे इनको बागवानी का भी बहुत शोक है। यह पिछले लगभग बीस साल से बागवानी कर रहे हैं। अब तो यह गांव में चंदन, खजूर, अंजीर, चीकू और गर्म मसाले की भी खेती कर रहे हैं। . गांव हरचंदपुर निवासी किसान आदित्य उर्फ़ राजू दुबे पिछले कई सालो से समान्य खेती कर रहे हैं। उद्यान विभाग के सम्पर्क में आकर उन्होंने खेती के साथ-साथ 2005 से बागवानी की और 2010 से जैबिक खेती शुरू की। जिससे वह अपनी आय भी बढ़ा रहे हैं। खेती शुरू करने से पहले उन्होंने बुलंदशहर और हरियाणा का दौरा किया। जहां से जीरो बजट और जैबिक खेती के गुर सीखे। मौजूदा समय में वह चंदन, खजूर, अंजीर, चीकू और गरम मसाले की खेती शुरू की है। उनका कहना है अभी ट्रायल के तौर पर शुरू की है। अगर अच्छा उत्पाद रहा तो आगे कई एकड़ में करेंगे। किसान आदित्य दुबे ने बताया कि 2005 में उन्होंने बागवानी की थी। पहले एक हेक्टेयर अमरुद, किन्नू , आम की खेती की। मौजूदा समय में किन्नू पांच सौ से 600 कुन्तल तक पैदा हो रहा है। इसके आलावा अमरुद व आम की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चंदन की खेती शुरू कर दी है, अभी चंदन के 400 पौधे लगाएं हैं। खजूर, चीकू और अंजीर के बीस-बीस पौधे लगाए हैं। उन्होंने बताया उद्यान विभाग तकनीकी मदद करता रहता हैं। इसमें लागत केवल एक बार लगानी पड़ती है।

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