April 18, 2025

*वलिदानियों को याद कर मनाया गया वलिदान दिवस*

*औरैया।* भारत प्रेरणा मंच के तत्वाधान मे महामाई मन्दिर प्रांगण में स्थिति शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर प्रथम स्वाधीनता संग्राम के बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला सैनिक पुर्नवास कल्याण अधिकारी कर्नल सुधीर सिंह राठौर ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन अमर बलिदानियों के बलिदान के कारण ही आज हम स्वतन्त्र हवा में जी रहे हैं। स्वतन्त्रता आन्दोलन में जनपद औरैया की भूमिका अग्रणी रही है। औरैया के त्याग और बलिदान के स्वर्णिम इतिहास को मै नमन करता हूँ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर पंचायत दिवियापुर के अध्यक्ष राघव मिश्रा ने कहा कि हम लोगों के लिए गर्व की वात है कि हमारे पूर्वजों ने महामाई प्रांगण में हुए इस युद्ध में ब्रिटिश सेना को बुरी तरीके से परास्त किया था। हमे अपने वलिदानियों से त्याग और देश प्रेम की सीख लेना चाहिए। साथ ही कर्तव्यनिष्ठ रहकर अपने दायित्वों का निर्वाहन करना चाहिए। .भारत प्रेरणा मंच के महासचिव अविनाश अग्निहोत्री ने इस युद्ध के ऊपर प्रकाश डालते हुए बताया कि 7 दिसम्बर 1858 को देश की आजादी के लिए महामाई मन्दिर क्षेत्र गहेसर दिवियापुर मे अंग्रेजी सेना और क्रान्तिकारी सेना के बीच लड़ा गया वह युद्ध है जिसमे 55 क्रान्तिकारियों ने अपनी शहादत देकर अंग्रेजों के पाँच हमले विफल करते हुए करारी हार दी थी। क्रान्तिकारी सेना ने अंग्रेजी सेना के मुख्य सेनानायक लैफ्टीनेन्ट डायल सहित बड़ी संख्या में अंग्रेज सैनिकों को मौत घाट उतार दिया था। तत्कालीन इटावा कलेक्टर ए ओ हयूम ने रामगढ के जंमीदार लायक सिंह की गढ़ी में छिप कर अपनी जान बचायी थी। अंग्रेज इस युद्ध से इतने भयभीत हो गये थे। कि उन्होंने प्रथम स्वाधीनता संग्राम के महानायक नाना साहब द्वारा यह युद्ध निर्देशित बताया, साथ ही उन्होंने नाना साहब की उपस्थिती भी इस युद्ध में बतायी। क्योंकि ब्रिटिश सरकार ने नाना साहब की नेपाल में हुई मृत्यु को कभी सच नही माना। कैप्टन योगेश कुमार त्रिपाठी ने सभी आये हुए जनों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर पूर्व सैनिक संघ के उपाध्यक्ष कैप्टन वी डी यादव, कैप्टन नरेन्द्र सिंह सेंगर, कुँवर सिंह चौहान, राकेश दुबे, महामाई प्रबन्ध समिति के प्रबन्धक राजेश तिवारी, उमाकान्त मिश्रा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने अमर वलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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