दिव्यांग शौचालय निर्माण में अनियमितता पर नहीं हुई कोई कार्यवाही*

*गुणवत्ता की अनदेखी: ठेकेदार द्वारा मानकों के विपरीत निर्माण पर उठे सवाल*
*औरैया।* नगर क्षेत्र के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में बनाए गए दिव्यांग शौचालय मानकों के विपरीत हैं, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र सौंपकर इस मामले में सुधार की मांग की थी, लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद न तो निर्माण में कोई सुधार किया गया और न ही ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई हुई।
शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि शौचालय निर्माण में ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। कहीं शौचालयों में पानी की सप्लाई नहीं है, तो कहीं फर्श और टैंक चटकने लगे हैं। निर्माण कार्य न तो तय मानकों के अनुसार हुआ है और न ही उपयोग के योग्य है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिकायती पत्र में बताया गया कि शौचालयों की हालत इतनी खराब है कि उनका उपयोग करना संभव नहीं है। कई विद्यालयों में दिव्यांगों के लिए बनाए गए इन शौचालयों का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। शिक्षकों ने मानक के अनुसार शौचालयों के निर्माण की मांग की है। गौरतलब है कि सरकार दिव्यांगों के लिए सुविधाएं बढ़ाने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई न होने से शिक्षकों और विद्यार्थियों में रोष है।