April 18, 2025

*नरकीय जीवन जीने को मजबूर चिरैयापुर के वाशिंदे।*

*बरसात का मौसम बीत जाने के बाद भी गांव की सडके चलने लायक नही*

*बच्चों को विद्यालय जाने मे परेशानियां, ग्रामीणों को दैनिक कार्य करने मे दिक्क़ते*

*ग्राम सचिव और प्रधान को सूचना होने के बाद भी समस्या जस की तस*

*फफूँद,औरैया।* विकासखंड भाग्यनगर क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत के मजरा मे केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना की पोल खुलती नजर आ रही है। गांव की सडके और गलियाँ पैदल चलने के लायक भी नही है। सरकार ग्रामीणों को स्वस्थ रखने के लिए साफ सफाई पर पानी की तरह पैसा बहा रही है। सचिव और प्रधान की लापरवाही से सड़को पर गंदगी है l
विकासखंड भाग्यनगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत खोयला के मजरा ग्राम चिरैयापुर मे भारत सरकार की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना की पोल खुलती दिख रही है, गांव की सडके और गलियों मे भरा कीचण यह बताने के लिए पर्याप्त है कि इस गांव मे स्वच्छ भारत मिशन का काम धरातल पर नही हुआ है l सरकार साफ सफाई के बल पर ग्रामीणों को स्वस्थ रखना चाहती है लेकिन ग्राम सचिव और प्रधान मिलकर योजना को पलीता लगाने पर तुले है l गांव की अधिकतर सड़कों और गलियों मे कीचड़ भरा होने के कारण बच्चों को विद्यालय जाने मे कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों को दैनिक कार्य करने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव निवासी रामकुमार, गोपाल, नंदकिशोर, ओमकार, राजेश कुमार, सुभास, लज्जाराम, राम प्रकाश, नंदराम, बलराम, सुरेश, हाकिम आदि ने बताया कि ग्राम सचिव अंशुल मिश्रा को सूचना देने के बाद भी वह गांव नही आये, महिला प्रधान है वह गांव का निरीक्षण करने भी नही आती है, प्रधान का बेटा प्रधानी का काम काज देखता है। कहने पर भी समस्या की ओर ध्यान नही दिया l ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द समस्या का समाधान नही हुआ तो वे जिलाधिकारी के पास जाकर शिकायत करेंगे। ग्राम पंचायत अधिकारी अंशुल मिश्रा से बात करने की कोशिश की गयी उनका नंबर बंद था। वहीं एडीओ पंचायत भाग्यनगर संतोष तिवारी ने बताया कि मामला मेरी जानकारी में नहीं है जाँच कर कार्यवाही की जायेगी।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *