*सवारियों से भरी बस पर चलायें पत्थर बड़ा हादसा होने से बचा*
*हड़बड़ाहत मे चालक से बस का संतुलन बिगड़ा बस विद्युत खम्भा से टकराई*
*फफूँद मे सवारियां भरते समय बस के स्टॉफ से ग्रामीण युवकों का हुआ था झगड़ा, बस दिल्ली के बदरपुर जा रही थी*
*गांव केशमपुर के सामने फफूँद बाबरपुर रोड़ पर बस पर चलाया पत्थर स्टॉफ हुआ घायल*
*अछल्दा चौराहा, फफूँद बाईपास, मुरादगंज तिराह पर जगह-जगह बैठे बसों के एजेंट*
*फफूँद,औरैया।* शुक्रवार की रात नगर के अछल्दा चौराहा पर फफूँद से दिल्ली जाने वाली बस पर किसी बात को लेकर पास के गांव कुछ युवको से झगड़ा हो गया, झगड़ा करने वाले युवक चौराहा से गांव चले गए, बस ज़ब सवारियां लेकर दिल्ली के बदरपुर के चली गांव केशमपुर पहुंचने पर युवको ने बस पर पत्थर चलाने सुरु कर दिए जिससे चालक का बस से संतुलन हट गया और बस एक विद्युत खम्बा से टकरा गई।
परिहार ट्रेवल्स की बस जो बेला से दिल्ली के बदरपुर के लिए सवारियां लेकर चलती है, वह फफूँद से भी सवारियां लेकर बाबरपुर होते हुए जाती है, शुक्रवार की रात लगभग दस बजे बस नगर के अछल्दा चौरहा पर ख़डी सवारियां भर रही थी। बस के मालिक एवम संचालक अनुज सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सवारियां भरते समय नजदीक के गांव कुछ युवक चालक एवं अन्य स्टॉफ से झगड़ा करने लगे तो एजेंट ने बीच बचाव कर दिया। बस सवारियां लेकर जैसे ही गांव केशमपुर से गुजरी तभी उन युवको ने बस पर पत्थर चलाने सुरु कर दिए जिससे चालक से बस का संतुलन हट गया परिणाम स्वरूप बस रोड़ के किनारे लगे विद्युत खम्भा से टकरा गई। बस का चालक जीतू निवासी बिधूना व केबिन मे बैठा कंडेक्टर शिवा निवासी बिधूना, हेल्पर सुरजेश यादव निवासी नगला पंछी इटावा घायल हो गयें, जिनको इलाज के लिए भेज दिया गया। खम्भा से टकराकर बस भी छतिग्रस्त हो गई। घटना स्थल पर पुलिस भी पहुंची। बस मे बैठी सवारियां भी भयभीत हो गई। यदि बस टकराकर पलट जाती तो जन हानि भी हो सकती थी। पास से निकली हाईटेंशन लाइन के विद्युत खम्भा से यदि बस टकरा जाती तो बड़ा हादसा भी हो सकता था। रात लगभग ग्यारह बजें जैसे-जैसे बस मालिक बस को इटावा तक ले गया। वहां से सवारियों को दूसरी बस के द्वारा भेजा गया। नगर के अछल्दा चौराहा, मुरादगंज तिराहा, बाईपास पर जगह-जगह ऐसी बसों के एजेंट बैठे हैं, जो बेखौफ होकर सवारियों की बुकिंग करते है परिवाहन विभाग के मानकर इनके लिए कोई मायने नही रखते है आये दिन इन बसों के कारण चौराहे पर विवाद होता रहता है, विवाद होने पर पुलिस भी पहुंच जाती है, लेकिन कोई समाधान नही होता। परिवाहन विभाग से लेकर पुलिस तक जानती है कि बिना रजिस्ट्रेशन के खुलेआन एजेंट बुकिंग करते है। सब सिस्टम से चल रहा है इसलिए जिम्मेदार बेखबर है।