अमर हुए सैनिक की पत्नी विधवा नहीं हुआ करती*…
*शहीद स्मृति समारोह में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन*
*-भारत प्रेरणा मंच का आयोजन*
*औरैया।* शहर के एक गेस्ट हाउस में चल रहे भारत प्रेरणा मंच के शहीद स्मृति समारोह में शनिवार की शाम अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया इसमें देर भर से आए नाम चिन कवियों ने कब पाठ किया।
कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन करने के बाद जिलाधिकारी इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि शहीदों की स्मृति में भारत प्रेरणा दो मंच द्वारा किए जा रहे कार्यक्रम प्रशंसनीय है कविताओं के जरिए हम अपने रनमन को श्रद्धांजलि दे सकते हैं, जिलाधिकारी ने कई कविताएं भी सुनी। कार्यक्रम में लखनऊ से भागीदारी करने आए पूर्व जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में शाहिद स्मारकों का निर्माण इसी लिए कराया की आने वाले समय में लोग उनका स्मरण रख सकें। पूर्व जिलाधिकारी ने कविताएं सुना कर खूब तालियां बटोरी, कार्यक्रम में वंदना विशेष लखनऊ ने सुनाया मिलेगा मुश्किलों का हल सुगम हो जायेगा जीवन लगा लो ध्यान को अपने पुराणों, वेद, मंत्रों में। देवेन्द्र प्रताप सिंह “आग” इटावा ने देव महलों में मिल जातीं मंथराएँ और राक्षसों के घर त्रिजटाएँ मिल जातीं हैं। सतीश मधुप ने कर सोलह श्रृंगार रहूंगी ईश्वर यही दुआ करती, अमर हुए सैनिक की पत्नी विधवा नहीं हुआ करती। मनोज चौहान मैनपुरी ने धरा हो खून से लथपथ तुम्हारा नाम लेती है। नजर आंखों के मोती को पलक पर थाम लेती है। देवता फूल बरसाते फरिश्ता है कोई गुजारा,अंधेरी रात वीरों से शमा का काम लेती है।अवनीश त्रिपाठी इटावा ने नेता जनता की सेवा करना नहीं छोड़ते चाहे इसके लिए उन्हें पार्टी बदलनी पड़े कविताएं सुनाई। सात्विक नीलदीप, छिबरामऊ, अजय अंजाम औरैया आदि ने भी काव्य पाठ किया। अध्यक्षता आचार्य मनोज अवस्थी ने की। संस्था की ओर से अविनाश अग्निहोत्री, राहुल दुबे, सलिल सक्सेना, अर्पित दुबे, गोविंद द्विवेदी, गोपाल पांडेय आदि ने अतिथियों को उत्तरीय व प्रतीक चिन्ह भेंट किये।