राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की 138वी जयंती पर हुआ कवि सम्मेलन*
*श्री गहोई वैश्य सेवा समिति ने किया मेधावियों को सम्मानित*
*फोटो परिचय-दीप प्रज्ज्वलित करते मुख्य अतिथि*
*औरैया।* गहोई वैश्य सेवा समिति द्वारा राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त की 138वी जयन्ती पर स्थानीय गोपाल वाटिका में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुरेश सेठ बंधु कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय गहोई वैश्य समाज भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम से पहले सत्र 2024 में मेधावी विद्यार्थियों का प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया वही समाज की विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया।
इसके बाद लखनऊ से पधारी स्वनाम धन्य कवयित्री शशि श्रेया की वाणी वन्दना से प्रारम्भ हुआ। तत्पश्चात औरैया के उदीयमान कवि गोपाल गहोई ने कई कविताएं पढ़कर श्रोताओं की वाहवाही लूटी। वाराबंकी से पधारे हास्यव्यंग्य के उत्कृष्ट रचनाकार प्रमोद पंकज ने राजनीतिक व्यंग्य करते हुए “कहा- राम नहीं हारे हैं हारे राजनीति के दाव, फ़िसल गए नेता जी के पाँव। “औरैया के ख्याति लब्ध कवि डॉ. गोविन्द द्विवेदी ने अपने गीत मुक्तकों से श्रोताओं को ताली बजाने को विवश कर दिया। उन्होंने श्रांगारिक गीत पढ़ते हुए कहा-रूप जैसे ऋया हो किसी वेढ़ की द्वग चपूल वाक् पटु मूर्ति निर्वेद की याकि से कर्मिणी यो कि की बाँसुरी सी सम्मोहिनी वजी जारी जा रही हो। इसके उपरान्त कानपुर से पधारे सुप्रसिद्ध कवि हेमन्त पाण्डेय ने कहा- एक-एक प्रेमिका को बाट करके गये जो नहीं माना उसे डॉट कर ले गये। जिस पेड पर बांधा मुहब्बत का धागा, नगर निगम वाले उसे काट कर ले गये। हास्य कवि निर्मल पांडेय ने कहा-पत्नी के कारण तुलसी गोस्वामी कहलाए। कालिदास पत्नी के कारण उच्चासन पाए। करेरा से पधारे प्रमोद भारती ने देशभक्ति की कविताएँ पढ़कर खूब वाहवाही लूटी। . कानपुर से पधार गीत कार धीरज सिंह चन्दन सपा का मैं समर्थक था कमल की वो दिवानी थी अगर मोदी नहीं आते तो ब्रेकअप हो गया होता। तत्पश्चात कवयिनी शशि श्रेया ने कई गीत पढ़कर वाहवाही लूटी। शर्मिष्ठा सेठ ने अपनी कई कविताओं से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। उसके बाद औरैया के सुविख्यात कवि अजय शुक्ल अंजाम ने अपनी राम रावण युद्ध से सम्बंधित कविता सुनाकर श्रोताओं को चमत्कृत कर दिया, उन्होंने कहा यह छवि देखी तो रावण ने जग के सब बन्धन तोड़ लिए रावण का रौद्र रूप देखा तो बीसो करतल जोड लिए” अन्त में गहोई वैश्य समाज के अध्यक्ष विष्णु कुमार गहोई ने पधारे हुए कवियों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप मे राजेंद्र कुमार सेठ मंत्री अखिल भारतीय गहोई वैश्य महासभा एवं प्रदीप कुमार कुचिया अध्यक्ष नगर पालिका परिषद कोंच मौजूद रहे। इस मौके पर विकास सेठ, अमित कुमार सोनी, अमित कुमार सुहाने, श्याम कुमार बरसैया, संजीव कुमार रेजा, बृजेश बंधु, मंगलेश सुहाने,महावीर सेठ, सुधीर कुमार सोनी, देवेंद्र कुमार सेठ, अनिल बहरे सहित कई लोग उपस्थित थे।