बाढ़ पर पैनी नज़र, स्थित नियंत्रण में*
*प्रशिक्षित होना जरूरी, तहसील सभागार मे राजस्व कर्मचारियों को दिया गया प्रशिक्षण*
*अजीतमल औरैया*। यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर को लेकर तहसील प्रशाशन पैनी नज़रें जमाये हुए है। यध्यपि अभी खतरे जैसी कोई बात नहीं है। फिर भी प्रशासन और एन डी आर एफ टीम लोगों को सजग करने में कसर नही छोड़ रही है। इसी को लेकर तहसील सभागार में शुक्रवार को एन डी आर एफ टीम ने बाढ़ चौकियों पर लगाई गई ड्यूटी वाले राजस्व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया।
बता दें हरियाणा राज्य से हथिनीकुण्ड में छोड़े गए दो लाख क्युसेक् पानी से यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। जलस्तर 104 मीटर पर होने का आंकलन किया गया है। अनुमान है कि जलस्तर में अब कमी आना शुरू हो जायेगी। खतरे का निशान 113 मीटर पर है। बाढ़ की स्थित अभी पूरी तरह से नियन्त्रण में है। बता दे कि हथिनीकुण्ड से छोड़े गए पानी से क्षेत्र में बाढ़ से कोई अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन वहीं जब राजस्थान स्थित कोटा बैराज से चम्बल नदी मे जब पानी छोड़ा जाता है तब स्थित यमुना नदी में भयावह हो जाती है। उपजिलाधिकारी अमित कुमार त्रिपाठी ने बताया कि, बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों पर चौबीस घंटे नज़र रखी जा रही है। ग्रामीणों से नदी के पास मवेशी, बच्चो आदि को ले जाने के लिए मना किया गया है। राजस्व, स्वास्थ्य, पशु, पूर्ति, पुलिस, आदि सभी विभागों के अधिकारी /कर्मचारी बाढ़ स्थित पर नज़र रखे है। तहसील सभागार में राजस्व कर्मचारियों को एन डी आर एफ टीम की ओर से प्रशिक्षण दिया गया है। ताकि आपात स्थित में जन हानि/धन हानि होने से बचाया जा सके। प्रशिक्षण दौरान तहसीलदार जीतेश वर्मा मौजूद रहे।