बाल विकास स्कूल फाइलेरिया की डॉक्टर ने बच्चो को जानकारी*
जिला मुख्यालय के निकट निजी बाल विकास स्कूल में आज डॉक्टर की टीम द्वारा बच्चों को फाइलेरिया से संबंधित जानकारी दी गई। डॉक्टर ने बताया किसी भी बच्चे को खाली पेट यह दवा अलबेल्डाजॉन नहीं खानी है सरकार के आदेश अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में इसका सघन अभियान चलाया जा रहा है। जहां हम लोगों की टीम प्रत्येक स्कूल जाकर बच्चों को फाइलेरिया से संबंधित जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। बाल विकास स्कूल ककोर में हर माह डॉक्टरों की टीम स्कूल में बच्चों का चेकअप करती है और होने वाली बीमारी समस्याओं से निपटने के लिए निशुल्क दवा भी वितरण करती है। स्कूल के प्रधानाचार्य विकास अवस्थी ने बताया जिले के डॉक्टरों का विद्यालय के प्रति अभूतपूर्व सहयोग रहता है हमारे स्कूल में आसपास के ग्रामीण निर्धन छात्र को शिक्षा दी जाती है और डॉक्टर के द्वारा समय-समय पर मुफ्त दवाई व स्वास्थ्य की जानकारी भी दी जाती है ।इसी क्रम में डॉक्टर ने बताया सभी बच्चों को इसकी दवा खाना अनिवार्य है। जिससे किसी को भविष्य में हाथी पांव फाइलेरिया की शिकायत ना हो। हम सभी को अपने घरों में साफ सफाई का विशेष ध्यान भी रखना है। जिससे जमा पानी में फाइलेरिया का मच्छर क्यूलेक्स पैदा ना हो सके। इस मच्छर के काटने के बाद 10 साल बाद भी फाइलेरिया रोग की शिकायत हो सकती है। इसके बाद शरीर में ब्लड की कमी होने लगती है। हम सभी को घर के फ्रिज के पीछे भरे हुए पानी को हर सप्ताह साफ करना है।जिससे जमा पानी में यह मच्छर पैदा ना हो सके।इसलिए हम सभी को यह दवा खानी है। यह दवा कोई नुकसान नहीं करती है। इस दवा को नाश्ता करने के बाद किसीआयु का सदस्य खा सकता है। जिससे स्वस्थ भारत का सपना साकार हो। डॉक्टर सुधीर प्रताप सिंह ने सभी बच्चों को हाथ उठाकर शपथ दिलवाई और सभी से नियम संयम और दवा खाने का वचन लिया उसके बाद सभी बच्चों और अध्यापक अध्यापको ने दी शपथ को दोहराया इस अवसर पर स्कूल की प्रबंधक कुसुम लता रचना त्रिपाठी चंदा राजपूत सृष्टि अर्चना गौरी सृष्टि दुबे शिवांगी नेहा राखी आदि समस्त स्टाफ मौजूद रहा।