संचारी रोगों की रोकथाम के बीच गांव सराय बिहारीदास में फैला डायरिया*
*कई बच्चे उल्टी दस्त रोग की चपेट में,कई बीमाऱ महिलाएं और पुरुष बाहर करा रहे इलाज*
*संचारी रोग के बचाव के लिए इस गांव नही हुई पहल, नही चला घर घर दस्तक अभियान*
फफूँद l औरैया l
इस समय प्रदेश भर में संचारी रोगों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर बड़े ही जोर शोर से चलाया जा रहा है, संचारी रोगों से बचाव अभियान के तहत आशा व आंगनवाड़ी कार्यक्रती घर घर दस्तक देकर संचारी रोगों से बचाव के उपाय बता रही है जिसमे घर के आस पास बेहतर साफ सफाई के साथ साथ पानी जमा न होने दे, नालियों में गंदगी नही होनी चाहिए,घर के आस पास झाड़ियां नही होने दे। ताकि संचारी रोगों से बचा जा सके l इस अभियान में ओ आर एस घोल का वितरण, कीटनाशक का छिड़काव,नालियों की सफाई, झाड़ियों की कटाई भी ग्राम पंचायत स्तर पर कराना शामिल है l
नगर से सटे गांव सराय बिहारीदास में संचारी रोग बचाव अभियान नजर नही आता आशा व आंगनवाड़ी कार्यक्रती ने घर घर दस्तक अभियान चलाना तो दूर गांव में आना भी उचित नही समझा नतीजतन गांव में अधिकतर बच्चे संचारी रोग की चपेट में आ गए हालांकि कुछ बड़े भी रोग की चपेट में है। जो दिबियापुर, औरैया में प्राइवेट इलाज करा रहे है l
गांव निवासी संदीप की 2 वर्षीय पुत्री राधिका पिछले दो दिनों से डायरिया रोग से झूझ रही है, परिजन प्राइवेट इलाज करा रहे है,घर की एक महिला भी रोग से पीड़ित है।जो औरैया इलाज करा रही है l गांव निवासी मिथुन का 4वर्षीय पुत्र हर्ष भी उल्टी दस्त से पीड़ित है परिजन निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे है।गांव निवासी अंश 5वर्ष पुत्र सुमित नारायण भी दो दिनों से डायरिया की चपेट में है। इसका भी प्राइवेट इलाज चल रहा है l परी 7वर्ष पुत्री अरविन्द निवासी गांव सराय बिहारीदास भी संचारी रोग की चपेट मे है। परिजन निजी चिकित्सक से इलाज करा रहे है l गांव निवासी बबलू की 2 वर्षीय पुत्री तान्या भी डायरिया से पीड़ित है परिजन प्राइवेट डॉक्टर से इलाज करा रहे है l
गांव निवासी वहाब अंसारी, संदीप, मिथुन, सुमित नारायण, रविंद्र, बबलू आदि ने गांव में संचारी रोगों से बचाव के लिए गांव में कीट नाशक के छिड़काव एवं साफ सफाई तथा ब्रहद स्तर पर संचारी रोगों से बचाव के लिए चलाये जा रहे अभियान को गांव में क्रियानवन कराने की मांग की है ताकि ग्रामीण संचारी रोगों से बच सके l