निपुण भारत के लक्ष्य को समय से प्राप्त करने के लिए सभी का सहयोग जरूरी-डाइट प्राचार्य*
*उपशिक्षा-निदेशक ने की भारत मिशन के अकादमिक पहलुओं की समीक्षा*
*औरैया।* जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अजीतमल में उप शिक्षा निर्देशक/ डायट प्राचार्य गंगा सिंह राजपूत द्वारा जनपद में संचालित निपुण भारत मिशन की समीक्षा के लिए शनिवार को समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों, डाइट मेंटर, एसआरजी, एआरपी के साथ मासिक बैठक की। डाइट प्राचार्य ने कहा कि परियोजना द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार वर्तमान शैक्षिक सत्र में अक्टूबर, दिसंबर और फरवरी माह में होने वाले निपुण विद्यालयों की कार्य योजना प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करते हुए ऐसे विद्यालयों का प्राथमिकता के आधार पर सतत अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही निपुण भारत के लक्ष्य को समय प्राप्त किया जा सकता है। इस मिशन को समुदाय के माध्यम से हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्कूलों में प्रबंध समिति व अभिभावकों की बैठक कर उन्हें भी बताएं। नई शिक्षा व्यवस्था के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए ही इस योजना को लाया गया है। .इस मौके पर एसआरजी सुभाष रंजन दुबे द्वारा पीपीटी के माध्यम से विभिन्न ब्लॉकों में चल रही विभागीय योजनाओं की प्रगति से बीईओ व एआरपी टीम को अवगत कराया। एसआरजी सुनील दत्त राजपूत द्वारा बेहतर सपोर्टिव सुपरविजन कैसे किया जाए इस पर अपना प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस दौरान प्राचार्य डाइट गंगा सिंह ने राजपूत ने आधारशिला शिक्षण संदर्शिका के अनुसार विद्यालय में पठन-पाठन की स्थिति, विद्यालय में शिक्षक डायरी एवं शिक्षण योजना लागू होने की स्थिति, विद्यालयों में पुस्तकालय एवं खेलकूद सामग्री की उपलब्धता व क्रियाशील की स्थिति, निपुण लक्ष्य डाउनलोड व उसके द्वारा असिसमेन्ट की स्थिति, जनपद में स्कूलों का वर्गीकरण, निपुण लक्ष्य प्राप्ति के संबंध में सक्षम, मध्यम, संघर्षशील विद्यालय, विभिन्न विकासखण्डों में शैक्षिक नवाचार की स्थिति, शिक्षक संकुल को सक्रिय बनाने की कार्ययोजना, शिक्षक- विद्यार्थी आत्मीय संबंध की स्थिति, विभिन्न ऑनलाइन गोष्ठी, यू-ट्यूब रोसन में प्रतिभाग की स्थिति, दीक्षा एप डाउनलोड एवं इसके उपयोग की स्थिति, एसएमसी, पीटीएम बैठकों के आयोजन की स्थिति, यू-डायस पर विद्यार्थी, शिक्षक एवं विद्यालय प्रोफाइल की स्थिति, अध्यापकों द्वारा कक्षा शिक्षण में टीएलएम के प्रयोग की स्थिति, अक्टूबर दिसंबर व फरवरी में विद्यालयों में होने वाले निपुण असेसमेंट टेस्ट की बिंदुवार समीक्षा की। इस दौरान डाइट मेंटर निधि अवस्थी द्वारा प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था और बेहतर कैसे हो पर अपना शोधपत्र भी प्रस्तुत किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी सहार उपेंद्र विश्वकर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी अजीतमल प्रवीण कुमार, एसआरजी सुनील दत्त राजपूत, सुभाष रंजन दुबे, डाइट मेंटर विजय राजपूत, विनय कश्यप, निधि अवस्थी, संजय सरोज सहित विभिन्न ब्लॉकों के एआरपी शामिल हुए।