*कंचौसी फफूंद स्टेशनों के बीच धंसे डीएफसी रेल ट्रेक*
.*15 दिन बाद भी ट्रेनो का संचालन सामान्य नही, पन्द्रह दिन मे 15 किलोमीटर बडी स्पीड*
*कंचौसी,औरैया।* पिछले रविवार 7 जुलाई की रात्रि हुई मौसम की पहली बारिश से कंचौसी फफूंद स्टेशनो के बीच किलोमीटर, 1093 मे अप डीएफ सी रेल से रात तेज गति से निकल रही कोयला लदी मालगाड़ी से पुलिया धंसने से मालगाडी पलटने से बाल बाल बची थी जब लोको पायलट को तेज आवाज के साथ ट्रेन मे झटका लगा था जिसे बाद मे चालक ने इमर्जेसी ब्रेक लगा कर रोकने के बाद बाकी टाकी से न्यू कंचौसी व न्यू अछल्दा डीएफसी स्टेशनो को सूचना देकर ट्रेन संचालन बंद कराया था।
जिसकी निगरानी के बाद रात मे घसा का पुरवा गांव के पास ट्रेक के नीचे बरसाती पानी निकास के लिए बनी पुलिया धसकने से ट्रेक बैठा पाया गया था। जिस पर कई घंटो बाद गिट्टी डस्ट सीमेंट डाल कर 30 किलोमीटर का कासन लगा कर संचालन शुरू कराया गया था। जिसकी नियमित मरम्मत के बाद रविवार 21 जुलाई दोपहर से पन्द्रह दिन बाद 45 किलोमीटर प्रति घंटा किया गया है। इससे रेलवे की निर्माण सुस्त कार्य प्रणाली दिखाई दे रही है। अरबो रूपये खर्च कर बना ट्रेक व पुलिया दो वर्ष मे धंसकना रेल अधिकारियों, ठेकेदारो के साथ इंजीनियरो पेटी ठेकेदारो की घटिया निर्माण की पोल खोलती है। वही दूसरी ओर ट्रेक के किनारे आवागमन के लिए पहले से जगह न होना किसी आपात स्थित मे पहुंचना व ट्रक आदि से माल पहुंचाने मे बाधक है। डीएफसी से जुडे ट्रेक इंजीनियरो का कहना है कि जगह न होने के कारण पुलिया का निर्माण कराना अभी सम्भव नही है। इसलिये ट्रेनो को धीमी गति से निकाला जा रहा है। इस ट्रेक पर दोनो तरफ से वर्तमान मे 150 से अधिक माल ट्रेने 24 घंटे मे निकाली जा रही है।