शिक्षकों की समस्याओं को लेकर तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन 18 जुलाई से*
*औरैया।* उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद औरैया के जिलाध्यक्ष उमाकांत दीक्षित ने बताया कि प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा तय किया गया है कि शिक्षकों की गंभीर समस्याओं को देखते हुए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यलय पर 3 दिवसीय धरना दिनाक 18 19 20 जुलाई को 2.30 शाम से 4 शाम तक किया जाएगा। दिनाक 18 जुलाई को बिधूना तहसील के शिक्षक 19 जुलाई को अजीतमल तहसील के शिक्षक एवम् 20 जुलाई को औरैया सदर तहसील के शिक्षक धरना देगे। . प्रदेश के पदाधिकारी जिलाध्यक्ष मंत्री और कोषाध्यक्ष प्रतिदिन धरने में उपस्थित रहेंगे इसी परिपेक्ष में 11 ,12 जुलाई को जिले में संपर्क अभियान चलाया जाएगा 9 अगस्त को क्रांति दिवस के अवसर पर संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर मंडलीय धरना दिया जाएगा जिसमे मंडल के सभी जिलों के शिक्षक शामिल होगे 11 अगस्त को लखनऊ में माध्यमिक शिक्षक संघ राज्य परिषद की बैठक आयोजित की गई है। इसके बाद भी यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो 2 दिसंबर से पूरे प्रदेश में जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा जिले स्तर पर तहसील और ब्लाक स्तर पर इकाइयों का गठन किया जाएगा प्रत्येक विद्यालय में संगठन की इकाई खड़ी की जाएगी जिलाध्यक्ष ने बताया की पुरानी पैंशन बहाली तदर्भ शिक्षको का विनमिति करण ,वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय दिलाने, चिकित्सा भत्ता दिलाने, 8 वे वेतन आयोग का गठन कराने, चयन वेतन मान, प्रोन्नत वेतन मांग एनओसी विहीन ट्रांसफर, बोर्ड परीक्षा उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन 2024 के बकाया परिश्रीमिक का भुगतान कराने, मृत शिक्षको के परिवार को सभी वांक्षित लाभ दिलाने, जिले की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने के लिए यह धरना अति आवश्यक है। . इस धरने के लिए प्रदेशीय संरक्षक प्रेम नारायण दुबे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ प्रदेश कार्य समिति के सदस्य कृष्ण मोहन उपाध्याय जिलामहामंत्री संतोष कुमार तिवारी पूर्व महामंत्री होशियार सिंह राजपूत जिला कोषाध्यक्ष आनंद पाठक जिलासंगठन महामंत्री रामशरण मिश्रा आय व्यय निरीक्षक ऋषभ पांडेय जिला उपाध्यक्ष आशित शुक्ला अभिषेक मिश्रा, लता श्रीवास्तव, अनुराग त्रिपाठी आदि थे। जिला अध्यक्ष उमाकांत दीक्षित ने बताया की महा निदेशक स्कूल शिक्षा ने 8 जुलाई से ऑनलाइन हाजिरी के बेसिक के लिए जारी किए गए निर्देश का विरोध दर्ज कराया है एवम उन्होंने प्राथमिक शिक्षक संघ एवम जूनियर शिक्षक संघ को पूर्ण समर्थन देते हुए इस काले कानून को वापस लेने की मांग की है उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ पूरी तन्मयता इसका विरोध करेगा।