बार और बेंच में सामंजस्य से ही त्वरित न्याय दिलाना संभव*
*इलाहाबाद उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायमूर्ति का औरैया दौरा, शिशु देखभाल व स्तनपान कक्षा का किया लोकार्पण*
*#औरैया।* जनमानस को समय-समय पर न्याय दिलाने में बार और बेंच के बीच महत्ती आवश्यकता रहती है। इसके अलावा वरिष्ठ अधिवक्ताओं का भी कर्तव्य है कि वह युवा अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें अनावश्यक कार्यों से दूर रहने का रास्ता दिखाएं। .यह विचार इलाहाबाद उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम ने जनपद न्यायालय भ्रमण के दौरान जिला बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल से हुई वार्ता के समय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में व्यक्त किए। न्यायमूर्ति ने ककोर में नई जिला जजी व आवास स्थापना के निर्माण कार्य के शीघ्र पूरा होने की संभावना व्यक्त करते हुए वकीलों को पर्याप्त सुविधाएं दिए जाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद न्यायमूर्ति ने परिवार न्यायालय के बाहर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा स्थापित शिशु देखभाल व स्तनपान कक्ष का लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होंने जनपद न्यायालय परिसर में संचालित सभी न्यायालयों का निरीक्षण भी किया। हाई कोर्ट के प्रशासनिक न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम का जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव कुमार चतुर्वेदी, महामंत्री शैलेश चतुर्वेदी उर्फ पप्पल, पूर्व अध्यक्ष अशोक अवस्थी व सुनील दुबे, वरिष्ठ अधिवक्ता महावीर शर्मा, कुलदीप दुबे,अतेंद्र पांडे, विमल सिंह सेंगर, डीजीसी अभिषेक मिश्रा ने बुके देकर स्वागत सत्कार किया और बार बेंच के बीच मधुर संबंधों की जानकारी दी। इससे पहले जिला जज गिरीश कुमार वैश्य, अपर जिला जज मनराज सिंह, संजय कुमार सिंह, श्रीमती स्वाति चंद्रा, सीजेएम जीवक कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक चारू निगम में भी न्यायमूर्ति का स्वागत किया।