*बिना बुलाए कही नही जाना चाहिए आचार्य-सिया किशोरी*
*अजीतमल,औरैया।* क्षेत्र के ग्राम राजपुरा में स्थित लोड़ी माता मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा मे वृंदावन से पधारी सिया किशोरी ने बताया की बिना बुलाए कही नही जाना चाहिए चाहे वह पिता का घर क्यों न हो उन्होंने सती चरित्र की कथा प्रसंग सुनाते हुए बताया की माता सती के पिता दक्ष ने एक विशाल यज्ञ किया था और उसमें अपने सभी संबंधियों को बुलाया। लेकिन बेटी सती के पति भगवान शंकर को नहीं बुलाया। जब सती को यह पता चला तो उन्हें बड़ा दुख हुआ और उन्होंने भगवान शिव से उस यज्ञ में जाने की अनुमति मांगी। लेकिन भगवान शिव ने उन्हें यह कहकर मना कर दिया कि बिना बुलाए कहीं जाने से इंसान के सम्मान में कमी आती है। लेकिन माता सती नहीं मानी और राजा दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में पहुंच गई। वहां पहुंचने पर सती ने अपने पिता सहित सभी को बुरा भला कहा और स्वयं को यज्ञ अग्नि में स्वाहा कर दिया। जब भगवान शिव को ये पता चला तो उन्होंने अपना तीसरा नेत्र खोल कर राजा दक्ष की समस्त नगरी तहस-नहस कर दी और सती का शव लेकर घूमते रहे। भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर के टुकड़े-टुकड़े किए। जहां शरीर का टुकड़ा गिरा वहां-वहां शक्तिपीठ बने जो आज भी पूजनीय है। कथा आयोजको ने भक्तो से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधार कर कथा श्रवण कर अपना जीवन सफल बनाने की अपील की है।